पटना,देशज न्यूज। राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने निर्देश दिया कि रोस्टर क्लीयरेंस कराते हुए विश्वविद्यालय सहायक प्राध्यापकों की रिक्तियां यथाशीघ्र शिक्षा विभाग को भेजें। साथ ही विश्वविद्यालयों को एकेडमिक और परीक्षा कैलेंडर को नए रूप में पुर्नव्यवस्थित करने को कहा।
मंगलवार को राजभवन से राज्यपाल राज्य के चार विश्वविद्यालयों पूर्णिया विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय व बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा की शैक्षणिक गतिविधियों की वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से समीक्षा कर रहे थे।
बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था हो कि कोरोना महामारी (कोविड-19) के संक्रमण के दौर में भी राज्य में विद्यार्थियों का भविष्य हर हाल में पूरी तरह सुरक्षित रहे।
कोरोना संक्रमण के दौर में एकेडमिक कैलेंडर और परीक्षा कैलेंडर को न रूप में इस तरह पुर्नव्यवस्थित किया जाना चाहिए कि सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकॉल का भी सुरक्षित वातावरण में पूरी तरह परिपालन हो सके और शैक्षणिक सत्र भी कम-से-कम रूप में प्रभावित हो सकें।
राज्यपाल चौहान ने कहा कि यूजीसी के मार्ग-निर्देशों के अनुरूप सभी विश्वविद्यालयों को अपनी एकेडमिक काउंसिल आदि में विचार करते हुए सरकारी निर्देशों के अनुरूप सुव्यवस्थित रूप में सभी परीक्षाओं का आयोजन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष परीक्षाओं का आयोजन और परीक्षाफल का प्रकाशन एक निश्चित समयावधि में इस तरह किया जाना चाहिए कि आगामी वर्ष के शैक्षणिक सत्र के समय पर शुरू होने में कोई व्यवधान नहीं हो।
राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं में नामांकन की ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिये यूजीसी के मार्ग निदेशों के अनुरूप नामांकन कार्य पूरा कर लिया जाना चाहिए तथा शैक्षणिक कार्य भी यथासमय प्रारंभ कर देना चाहिए। बैठक में पूर्णिया विश्वविद्यालय, पूर्णिया व बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के कुलपति ने बताया कि उन्हें विभागाध्यक्षों और कॉलेजों के प्राचार्यों ने जानकारी उपलब्ध करायी है कि निर्धारित पाठ्यक्रमों से संबंधित ऑनलाइन व्याख्यान विद्यार्थियों को पर्याप्त रूप में उपलब्ध करा दिये गये हैं।
बैठक में संबंधित कुलपतियों को यह निदेशित किया गया कि वे ‘नैक प्रत्ययन’ (नैक एक्रिडिएशन) से संबंधित सभी तैयारियां यथाशीघ्र पूरी कराते हुए अपने क्षेत्राधीन विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों के नैक मूल्यांकन के लिए तत्परतापूर्वक प्रयास करें। जिन शैक्षणिक संस्थाओं के नैक मूल्यांकन हो चुके हैं, वे और बेहतरी के लिए प्रयास करें। बैठक के दौरान संबंधित विश्वविद्यालयों को सहायक प्राध्यापकों की रिक्तियां, रोस्टर क्लीयरेंस कराते हुए यथाशीघ्र शिक्षा विभाग को भेजने के लिए भी कहा गया।
वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिये आयोजित बैठक में राजभवन से महामहिम राज्यपाल के अतिरिक्त राज्यपाल के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, एनआईसी पूर्णिया से पूर्णिया विवि के कुलपति व लना मिथिला विवि, दरभंगा व कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के भी प्रभारी कुलपति राजेश सिंह, बीएन मंडल विवि प्रभारी कुलपति प्रो. ज्ञानंजय द्विवेदी व राज्यपाल सचिवालय और शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।