- महाराष्ट्र सरकार व वहां की बीएमसी की करतूत
- बिहार के डीजीपी ने कहा, पटना के एसएसपी से चारों का लोकेशन मांग रही मुंबई पुलिस
- बिहार के आईपीएस अधिकारी को नहीं मिली आईपीएस मेस में जगह
पटना, देशज न्यूज। सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या केस की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना सेंट्रल एसपी विनय तिवारी के बाद अब पहले से जांच कर रहे बिहार पुलिस के चार अधिकारियों को भी जबरन होम क्वॉरेंटाइन करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन राहत की बात यह है कि उनका लोकेशन अबतक मुंबई पुलिस या बीएमसी को नहीं मिल सका है। sushant case news and mumbay police
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सोमवार को कहा कि एसपी विनय तिवारी के बाद पहले से केस की जांच कर रहे चार अन्य अधिकारियों को अब क्वॉरेंटाइन करने के लिए मुंबई से एक अधिकारी ने पटना के एसएसपी को कॉल कर लोकेशन मांगा है लेकिन एसएसपी ने उन्हें लोकेशन नहीं दिया।
गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि अगर बीएमसी या मुंबई पुलिस को पहले से जांच कर रहे अधिकारियों को क्वॉरेंटाइन ही करना था तो वह तो पहले से ही मुंबई पुलिस के अधिकारियों के संपर्क में हैं। उनके दफ्तर जा रहे हैं। लेकिन अब ऐसी कौन सी नौबत आ गई है कि एक सप्ताह के बाद उनको क्वॉरेंटाइन करने के लिए खोजा जा रहा है। sushant case news and mumbay police
क्वॉरेंटाइन करने के विरोध में बिहार पुलिस ने लिखा पत्र
केस की जांच करने के लिए पहुंचे एसपी विनय तिवारी को जबरन क्वॉरेंटाइन करने पर पटना के जोनल आईजी संजय सिंह ने विरोध में मुंबई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है। उन्होंने मुंबई पुलिस और बीएमसी की कार्यशैली को गलत बताया गया है। बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार की देर रात इस मामले पर ट्वीट किया है।
उन्होंने सिटी एसपी के हाथ पर लगे होम क्वॉरेंटाइन की मुहर की तस्वीर और वीडियो भी ट्वीट किया है। गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीटर पर लिखा है आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी अपनी ऑफिशियल ड्यूटी पर पटना से मुंबई पहुंचे थे। उन्हें अपनी टीम को लीड करना था लेकिन उन्हें रात के 11 बजे जबरन क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। sushant case news and mumbay police
उन्होंने मुंबई के आईपीएस मेस में रहने के लिए आग्रह किया था लेकिन जगह नहीं दी गयी। वे गोरेगांव के एक गेस्ट हाउस में रह रहे थे। अब वे वहां से बाहर नहीं निकल सकते। sushant case news and mumbay police