पटना, देशज न्यूज। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बहनों के लिए इस साल का रक्षाबंधन दुख लेकर आया है। अब उनका वह भाई इस दुनिया से बहुत दूर जा चुका है। सुशांत की मौत ने उनकी तीनों बहनों को तोड़कर रख दिया है।
भाई के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रहीं इन बहनों को अफसोस है कि आज वे उन्हें राखी नहीं बांध पाई। सुशांत की बहन श्वेता ने रक्षाबंधन के दिन उनकी याद में इमोशनल ट्वीट कर भाई को लौट आने को कहा है। रक्षाबंधन के दिन सुशांत का टीवी शो ‘पवित्र रिश्ता‘ के सेट पर अपनी ऑनस्क्रीन बहन से राखी बंधवाने की तस्वीरें भी वायरल हो रहीं हैं।
सुशांत सिंह राजपूत का बचपन पटना में बीता है। वे तीन बहनों रानी सिंह, श्वेता कृति सिंह और मीतू सिंह के साथ पटना में ही पले-बढ़े। सभी बहनों की शादी हो गर्ई और सुशांत बॉलीवुड में सेटल हो गए।
वर्तमान में बहन श्वेता कृति सिंह अमेरिका, रानी सिंह फरीदाबाद और मीतू सिंह मुंबई में रहती हैं। इस साल रक्षा बंधन में भाई को राखी नहीं बांध पाने का उन्हें मलाल है। बह श्वेता ने रक्षा बंधन के दिन सुशांत की याद में इमोशनल ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है की ‘लौट आओ सुशांत भैया, आज आपकी बहुत याद आ रही है।‘
दोषियों को सजा दिलाने की लड़ाई में लग गईं बहनें
सुशांत की बहनें अब भाई की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने की लड़ाई में लग गईं हैं। बहन मीतू सिंह भाई की मौत की पुलिस जांच में मदद कर रहीं हैं। पटना पुलिस ने उनका बयान दर्ज किया है। उन्होंने मामले से संबंधित कई अहम जानकारियां पुलिस को दी हैं।
उधर, बहन कृति सिंह ने ट्वीट के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय की गुहार लगायी है। श्वेता ने लिखा है कि उनका भाई एक बहुत अच्छा इंसान था, जिसका कोई भी गॉड फादर नहीं था। उसने अपने दम पर पहचान बनायी थी। श्वेता ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि वे इस मामले में न्याय दिलाने की पहल करें।
इस बीच रक्षा बंधन के अवसर पर सुशांत की ऑनस्क्रीन राखी की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो रहीं हैं। ये तस्वीरें टीवी शो ‘पवित्र रिश्ता‘ के सेट की हैं, जहां वे अपनी ऑनस्क्रीन बहन से राखी बंधवाते नजर आ रहे हैं।
तब सुशांत ने अपनी ऑनस्क्रीन बहन को तोहफे में सोने की ज्वेलरी दी थी। विदित हो कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत बीते 14 जून को मुंबई के उनके फ्लैट में हो गई थी। सुसाइड माने गए इस मामले में मुंबई पुलिस की जांच से परिवार संतुष्ट नहीं है।