पटना, देशज न्यूज। बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के वीआरएस लेने के बाद उनकी जगह प्रदेश की कमान डीजी होमगार्ड एसके सिंघल को सौंपी गई है। श्री सिंघल प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक होंगे। इधर, गुप्तेश्वर पांडेय ने वीआरएस लेने के बाद कहा, अब मैं फ्री हो गया हूं।
भारतीय पुलिस सेवा के तेजतर्रार अधिकारी रहे गुप्तेश्वर पांडेय के वीआरएस को नीतीश सरकार की सिफारिश पर केंद्र ने मंजूर कर लिया है। बिहार में अब सीनियर आईपीएस अधिकारी एसके सिंघल नए डीजीपी होंगे। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का वीआरएस साफ संकेत है, वो सत्तारूढ़ गठबंधन में किसी पार्टी के टिकट पर 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।
बक्सर जिले से एनडीए गठबंधन में बीजेपी या जेडीयू की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की अटकलों की बात या फिर राजनीति में जाने के सवाल पर चुप्पी साधते अभी सिर्फ इतना भर कहा,इसका फैसला अपने लोगों से बात करने के बाद लूंगा।
दरअसल, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार को सेवानिवृत्ति की अवधि से पांच महीने पहले ही वीआरएस ले लिया था। इसके बाद से उनके राजनीति में आने के कयास लगाए जाने लगे हैं। हालांकि, इस मसले पर पूर्व डीजीपी ने कहा कि मैंने इस्तीफा दे दिया है। अब मैं फ्री हो गया हूं। चुनाव लड़ने की चर्चा पर डीजीपी ने कहा कि मैं अब इस मसले पर कुछ नहीं कहा हूं। शिवसेना की जुबानी हमले पर डीजीपी ने कहा कि कोई भी कुछ भी बोलने को स्वतंत्र है।
गुप्तेश्वर पांडेय ने 2009 में भी बक्सर लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी, लेकिन टिकट मिला नहीं तो उसे वापस लेने की अर्जी दी जिसे नौ महीने बाद नीतीश कुमार सरकार ने मंजूर कर लिया था। 2009 में जब पांडेय ने वीआरएस लिया था तब वो आईजी थे, 2019 में उन्हें बिहार का डीजीपी बनाया गया था।