पटना, देशज न्यूज। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर घोषणा की,अब प्लाज्मा डोनर को सरकार 5 हजार रुपए का इनाम देगी । बिहार में कोरोना मरीजों का इलाज प्लाज्मा से शुरू किया गया है, ऐसे में प्लाज्मा डोनर को प्रोत्साहित करने के लिए नीतीश ने इनाम देने का एलान किया है।
गांधी मैदान में झंडा फहराने के बाद मुख्यमंत्री ने नियोजित शिक्षकों के लिए भी एक बड़ी घोषणा की। नीतीश ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को जल्द ही सेवा शर्त की सुविधाएं मिलने लगेंगी और इसका जल्द ही निर्णय लिया जाएगा । इस निर्णय से नियोजित शिक्षकों को ईपीएफ और अन्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा।इसके अलावा 33916 शिक्षकों की बहाली का रास्ता खुलेगा।
सीएम ने कहा कि 2005 में एनडीए सत्ता में आई थी तब बिहार बदहाली के दौर से गुजर रहा था। बच्चे और लड़कियां स्कूल तक नहीं पहुंच पाती थींं। नीतीश ने इसके साथ ही विपक्ष पर भी निशाना साधा । उन्होंने कहा,“हम तो काम करते रहते हैं लेकिन आजकल चल गया है ट्वीट। कौन-कौन, क्या-क्या करता है। जो कुछ नहीं जानता है वो सब करता है ट्वीट।
कितना काम हो रहा है बिहार में। हम तो हाथ जोड़ कर कहेंगे कि आप लोग देखिये। पहले क्या था। और अब क्या है।” नीतीश कुमार ने किसी का नाम तो नहीं लिया लेकिन सुनने वाला हर कोई ये अच्छी तरह समझ रहा था कि वे किस पर निशाना साध रहे थे।मजेदार ये भी था कि उस सरकारी समारोह में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दीर्घा में आगे बैठे सुन कर मुस्करा रहे थे। मौजूदा कार्यकाल में यह नीतीश का आख़िरी स्वतंत्रता दिवस भाषण था क्योंकि अगले महीनों में चुनाव हो सकता है।
उन्होंने अपने भाषण को चुनावी रंग देते हुए कहा कि बिहार के लोगों को 1990 से 2005 के बीच के समय की याद दिलाने के लिए सरकारी अधिकारियों को लगा दिया है और उन्हें कहा है कि पहले से लेकर आज तक की क्या स्थिति है, इसका आकलन कर बात को लोगों के सामने रखिए, ताकि नयी पीढ़ी को जानकारी मिले। हम लोगों ने जितना काम कर दिया, वह बताइए। पहले क्या था? सब को सही जानकारी मिलनी चाहिए।