कार्यान्वित व अनुरक्षित योजनाओं के लिए वार्षिक अनुरक्षण अनुदान 12 हजार से बढ़ाकर 24 हजार किया, वार्ड क्रियान्वयन व प्रबंधन समितियों को दिया जाने वाला अनुरक्षण अनुदान 1 हजार से बढ़ाकर 2 हजार रुपए प्रतिमाह, अगर खुले में शौच से मुक्ति और पीने के लिए स्वच्छ पानी उपलब्ध हो तो 90 प्रतिशत बीमारियों से मुक्ति
पटना, देशज न्यूज। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि ग्राम पंचायत के मुखिया जी, याद कर लें। जबसे हमलोगों को काम करने का मौका मिला, तभी से हमने कहा है कि केवल हम ही सरकार नहीं हैं। ग्राम पंचायत भी सरकार है। इसलिए पंचायतों में बन रहे भवन का नामकरण पंचायत सरकार भवन किया गया है। Mukhiya ji, you are the head of the Panchayat government
पंचायत सरकार के आप ही मुख्य हैं। पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए मुखिया को ही राशि आवंटित की जाती है। एक करोड़ से अधिक की राशि का भवन आपको बनना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से पंचायती राज विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘हर घर नल का जल’ निश्चय एवं ‘हर घर तक पक्की गली-नालियां’ निश्चय अंतर्गत विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन एवं लोकार्पण के मौके पर संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समितियों द्वारा कार्यान्वित एवं अनुरक्षित योजनाओं के लिए वार्षिक अनुरक्षण अनुदान 12 हजार से बढ़ाकर 24 हजार रुपए कर दिया गया है। अब वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समितियों को दिया जाने वाला अनुरक्षण अनुदान 1 हजार से बढ़ाकर 2 हजार रुपए प्रतिमाह हो जायेगा। पेयजल के अनुरक्षण कार्य में संबद्ध अनुरक्षकों को 500 रुपए प्रतिमाह की दर से दिए जाने वाले रिटेनर शुल्क को बढ़ाकर 1 हजार रुपये किया गया। Mukhiya ji, you are the head of the Panchayat government
नीतीश ने कहा कि अगर खुले में शौच से मुक्ति और पीने के लिए स्वच्छ पानी उपलब्ध हो तो 90 प्रतिशत बीमारियों से मुक्ति मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि बिहार के 31 जिलों के 30 हजार 419 वार्ड आर्सेनिक, फ्लोराइड एवं आयरन से प्रभावित हैं। इन सभी वार्डों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए निरंतर काम किया जा रहा है। ग्राम पंचायत, पेयजल निश्चय योजना के संचालन, रख-रखाव एवं अनुरक्षण का कार्य करते रहें। Mukhiya ji, you are the head of the Panchayat government
विकेंद्रीकृत तरीके से काम करने से पंचायत से लेकर नगर निकाय तक काम बेहतर तरीके से हो पाया। भू-जल के स्तर को मेंटेन रखने के लिए जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत 7 अवयव जल संरक्षण के लिए निर्धारित किए गए हैं, जिसके अंतर्गत तालाब, आहर, पइन, पोखर सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है।
नीतीश ने कहा कि 15 वें वित्त आयोग से आग्रह किया है कि पंचायत सरकार भवन के लिए अतिरिक्त राशि दें। हर पंचायत में उच्च माध्यिमिक विद्यालय के लिए भी राशि मांगी है। राशि वे दे देंगे तो बहुत तेजी से पंचायत सरकार भवन बनेगा। इस भवन में पंच-सरपंच के लिए भी जगह दी गई है। Mukhiya ji, you are the head of the Panchayat government
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि आपदा के समय भी मुखिया से काम लिया जाता है, पर कुछ जगहों पर वे लोग कहे हैं कि सारा काम उनलोगों की ओर से ही किया जा रहा है। सरकार कुछ नहीं कर रही है। इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए। Mukhiya ji, you are the head of the Panchayat government
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सवालिया लहजे में कहा कि पहले वार्ड के सदस्यों को कोई पूछता था। अब देख लीजिए, हमनें हर वार्ड सदस्य को जिम्मेदारी दी है। वहीं मुखिया का भी काम पहले से बढ़ गया है। सबको काम करने का मौका मिला। सबलोग मिलकर चलिए, एक-दूसरे का सम्मान करे। विकेंद्रीतरण से काम होगा तो विकास और तेज होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकेंद्रीकरण से काम बेहतर और जल्दी होता है। वर्ष 2006 में ही हमने स्कूलों के भवनों और कमरों का निर्माण शिक्षा समिति से कराने का निर्णय लिया। इसका काफी बेहतर परिणाम मिला। इसी प्रकार नल-जल और गली-नाली पक्कीकरण का काम वार्डों को दिया, तभी तेजी से हुआ यह काम। देख लीजिए पंचायत और निकाय वाला काम तेजी से हो रहा है। इस योजना में देरी हुई तो सरकार के विभाग पीएचईडी मे ही। बाद में पीएचईडी ने भी छोटे स्तर पर करके इसे शुरू किया, तो उसमें तेजी आई। Mukhiya ji, you are the head of the Panchayat government
कुछ लोग भड़काएंगे, पर याद रखिएगा पहले क्या स्थिति थी
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसको न काम की जानकारी ना समझ है, वे उल्टा-पुल्टा बोलते रहते हैं। कुछ लोग गांवों में जाकर भड़काएंगे भी। पर, सबलोग याद रखिएगा कि पहले क्या स्थिति थी और अब कितने काम हुए हैं। पहले गर्मी में भी गांव के रास्ते में कीचड़ दिखते थे। अब राज्य के एक लाख 14 हजार, 621 वार्डों में से एक लाख 13 हजार 209 वार्डों में हर घर तक पक्की गली और नाली बन गया है। शेष वार्डों में भी शीग्र निर्माण पूरा हो जाएगा। कुछ जगहों पर पेवर ब्लॉक भी लगे हैं। यह अच्छी जीच है, इससे बारिश का पानी में जमीन के नीचे जाता है, जिससे भू-जल स्तर मेंटन में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग तो दायें-बायें करेंगे हीं। शराबबंदी से भी कुछ लोग नाराज है। पर, हमलोग अपना काम करते हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर हर घर तक नल का जल योजना के लाभार्थियों से संवाद भी किया। शिवहर, रोहतास, मुंगेर, भागलपुर में लोगों से पूछा कि पानी की आपूर्ति ठीक से उनके घरों में हो रही है न। Mukhiya ji, you are the head of the Panchayat government
इन योजनाओं का हुआ उद्घाटन और लोकार्पण
- ‘हर घर नल का जल’निश्चय योजना के अंतर्गत बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा 11,501.86 करोड़ रुपये की लागत से 31,833 ग्रामीण वार्डों में 50,93,000 घरों में जलापूर्ति कार्य का उद्घाटन एवं लोकार्पण।
- पंचायती राज विभाग द्वारा 8,700 करोड़ रुपये की लागत से 55,003 ग्रामीण वार्डों में 88 लाख घरों में जलापूर्ति तथा बिहार के शहरी क्षेत्रों में नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा 228.87 करोड़ रुपये की लागत से 687 शहरी वार्डों 2,01,791 घरों में जलापूर्ति कार्य का उद्घाटन एवं लोकार्पण ।
- घर तक पक्की-गली नालियां निश्चय के अंतर्गत बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायती राज विभाग द्वारा 12,700 करोड़ रुपये की लागत से 1,13,902 ग्रामीण वार्डों में,बिहार के शहरी क्षेत्रों में नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा 585.78 करोड़ की लागत से 1,898 शहरी वार्डों में योजनाओं का उद्घाटन एवं लोकार्पण।