पटना, देशज न्यूज। राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने कोरोना संकट के कारण बिहार और देश की आर्थिक स्थिति पर पड़े प्रभाव को देखते हुए राज्यपाल फागू चौहान ने सबसे पहले राजभवन के खर्चे को कम करने का निर्णय लिया है। साथ ही उन्होंने राज्य के सभी कुलपतियों से भी अपेक्षा की है कि वे विवि में नई परियोजनाएं क्रियान्वित करने की दिशा में संयम का परिचय दें, ताकि कोई आर्थिक कठिनाई न हो।
राज्यपाल ने अपने महत्वपूर्ण निर्णय में वित्तीय वर्ष 20-21 में अब राजभवन में किसी भी नए निर्माण कार्य के प्रस्ताव को स्वीकृत नहीं करने का निर्णय लिया है। राजभवन में अब सिर्फ आवश्यक निर्माण योजनाओं को ही पूरा किया जाएगा। इसी तरह मरम्मत कार्य जो आवश्यक होगा, वह भी न्यूनतम रूप से राशि व्यय कर काम किया जाएगा।
साथ ही बिजली बिल को भी कम करने का निर्देश दिया। राज्यपाल ने राजभवन में नए वाहनों की खरीदारी पर भी रोक लगा दी है। अगले साल तक कोई नयी गाड़ी नहीं खरीदी जायेगी। उन्होंने ईंधन के उपयोग में भी कम खर्च करने का निर्देश दिया है। राज्यपाल ने राजभवन सचिवालय में कार्यरत सभी पदाधिकारियों की घरेलू यात्राओं और कार्यक्रमों को भी न्यूनतम रूप में ही निर्धारित करने का निर्देश दिया है।
राजभवन में अलग अलग मौकों पर भोज करने की पुरानी परंपरा रही है। उन्होंने राजभवन में स्वागत समारोह में राजभोज या अन्य समारोह के आयोजनों के क्रम में अतिथियों की संख्या में कमी लाने, सजावटी फूलों सहित अन्य वस्तुओं और भोजन के मैन्यू में कटौती का आदेश दिया है। अब सिर्फ वैसे ही कार्यक्रम होंगे जिन्हें करना बेहद जरूरी होगा।
यूनिवर्सिटी–कॉलेजों के खर्च में भी कटौती
राज्यपाल ने राजभवन में खर्च कम करने को लेकर लिए गए फैसले को बिहार के यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को भी भेज दिया है। सभी यूनिवर्सिटी को राजभवन की तर्ज पर ही अपने खर्चों में कटौती करने का निर्देश दिया गया है।