नवनिर्मित पश्चिमी लेन पर दोनों तरफ से होगा वाहनों का परिचालन,18 माह में पूरा होगा काम, ओवरलोडिंग पर रहेगी पूरी तरह पाबंदी
पटना, देशज न्यूज। महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन को तोड़कर पुनर्निर्माण (सुपर स्ट्रक्चर) का कार्य किया जाना है। इसलिए इस लेन से वाहनों के परिचालन पर 20 अगस्त से पूर्णतः रोक रहेगा। इस दौरान नवनिर्मित पश्चिमी लेन से छोटे और भारी वाहनों का दोनों ओर से परिचालन होगा।
बुधवार को जिला प्रशासन की ओर से इससे संबंधित निर्देश जारी निर्देश के अनुसार, 20 अगस्त से महात्मा गांधी सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन पर छोटे एवं भारी वाहनों का दोनों तरफ से परिचालन होगा। इस लेन पर किसी भी परिस्थिति में ओवरलोडिंग पर पूरी तरह रोक रहेगी। जिलाधिकारी ने उक्त निर्देश का सफल, सुचारू एवं प्रभावी कार्यान्वयन की जिम्मेदारी जिला परिवहन पदाधिकारी पटना और अनुमंडल पदाधिकारी पटना सिटी को दी है। इसे 18 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ।Vehicles operating stop on the eastern lane of MG Setu।
19 दिन पहले 30 जुलाई को उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन का केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उद्घाटन किया था। पटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव भी मौजूद थे।
इस लेन के जीर्णोद्धार पर 1400 करोड़ रुपए खर्च हुए और यह तीन साल में बनकर तैयार हुआ है। पश्चिमी लेन के उद्घाटन के मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने कहा था कि इस पुल के अलावा गंगा नदी पर 10,338 करोड़ रुपये की लागत वाली अन्य पुल परियोजनाएं हैं जो राज्य की अर्थव्यवस्था को बदल देंगी।Vehicles operating stop on the eastern lane of MG Setu।
उन्होंने कहा कि हाजीपुर को पटना से जोड़ने वाला पुनर्निर्मित गांधी सेतु देश में अपनी तरह का अकेला है और इस जटिल संरचना में 66 हजार टन इस्पात का उपयोग किया गया है। पुनर्निर्माण परियोजना के तहत मौजूदा कंक्रीट संरचना को नये स्टील डेक सुपरस्ट्रक्चर से बदल दिया गया है। पुल की डिजाइनिंग आईआईटी रुड़की ने की गयी है और अंतरराष्ट्रीय सलाहकारों से इसके लिए सलाह ली गयी है।
दोनों लेन बनने के बाद जेपी सेतु और राजेंद्र पुल पर कम होगा भार
गांधी सेतु का पश्चिमी लेन दुरुस्त होने के बाद पूर्वी लेन का काम शुरू किया जा रहा है। यह 2022 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। दोनों लेन बन जाने के बाद जेपी सेतु और राजेंद्र पुल का भार कम होगा। इससे लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी और समय भी बचेगा।Vehicles operating stop on the eastern lane of MG Setu।