पटना, देशज न्यूज। राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की गाड़ियों को व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन से लैस किया जाएगा।
सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों (बस, कैब, टैक्सी) से सफर करने वाली महिलाओं या लड़कियों को किसी तरह के खतरे का अभास होने पर इमरजेंसी बटन दबाते ही कंट्रोल कमांड सेंटर में अलार्म बजेगा।तत्काल पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी। इस बात की जानकारी परिवहन सचिव संजय अग्रवाल ने दी।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पटना से शुरु होगी यह व्यवस्था
परिवहन सचिव ने बताया कि निर्भया फ्रेमवर्क के तहत सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों में व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाने का निर्णय लिया गया है। इस योजना की स्वीकृति मंगलवार को कैबिनेट से मिल गई है।
शुरुआती दौर में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर पटना से इस नई व्यवस्था की शुरुआत की जाएगी। इसके बाद अन्य शहरों में संचालित सार्वजनिक परिवहन के वाहनों (बस, टैक्सी) में लगाया जाएगा।
महिला सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम
परिवहन सचिव ने बताया कि यह महिला सुरक्षा के लिए काफी महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण सुनिश्चित हो सकेगा एवं उन्हें आवश्यकता पड़ने पर वाहन के लोकशन के अनुसार सहायता दी जा सकेगी। व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस के द्वारा इमरजेंसी अलर्ट, ओवर स्पीडिंग तथा उपकरण के साथ छेड़छाड़ या तोड़े जाने पर अलर्ट प्राप्त हो सकेगा।
इसकी मदद से वाहन के लोकेशन की रियल टाइम जानकारी प्राप्त होगी। जियो फैंसिंग एवं साॅफ्टवेयर के माध्यम से वाहन के हर मूवमेंट को मैप पर देखा जा सकेगा। वाहन मालिक भी साॅफ्टवेयर से अपने वाहनों की स्थिति का पता कर सकते हैं।
ओवर स्पीडिंग रोकने में मिलेगी मदद
इस साॅफ्टवेयर के माध्यम से अपराध नियंत्रण में काफी मदद मिलेगी। इसके साथ ही ओवर स्पीडिंग रोकने में भी मदद मिलेगी। बस यदि निर्धारित स्पीड से अधिक रफ़्तार में चलेगी तो वह पकड़ में आ जाएगा और वैसे बस चालकों पर कार्रवाई की जाएगी।
परिवहन विभाग बनाएगा कंट्रोल कमांड सेंटर
पूरी प्रक्रिया की माॅनिटरिंग के लिए कंट्रोल कमांड सेंटर का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए एनआईसी की मदद से परिवहन विभाग कंट्रोल रुम बनायेगा । यह कंट्रोल रुम पुलिस मुख्यालय के कंट्रोल रुम से जुड़ा होगा। किसी आपातकालीन स्थिति में वाहनों की ट्रैकिंग की जा सकेगी तथा त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी।