पटना, देशज न्यूज। राजद (RJD) और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव के लिए बिहार विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण बेहद महत्वपूर्ण है. इस चरण में महागठबंधन(grand alliance) की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी प्रसाद यादव(Tejashwi yadav), पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव (tejpratap yadav)सहित कई दिग्गजों की चुनावी किस्मत तय होनी है। वहीं कई बाहुबलियों की प्रतिष्ठा भी इस चरण में दांव पर लगी है।
राजद के लिए विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण इस लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले चुनाव में दूसरे चरण की 94 सीटों में से करीब एक तिहाई सीट पर राजद ने जीत दर्ज की थी। इसबार लालू के बिना चुनाव हो रहा है और पूरी कमान तेजस्वी के हाथों में है. दूसरे चरण में आगामी तीन नवंबर को मतदान (voting on 3 November) होना है और इस चरण में राजद 56 सीटों के साथ चुनावी मैदान में है. इनमें 31 सीटिंग सीटें हैं।
तेजस्वी-तेजप्रताप के साथ कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
दूसरे चरण के चुनाव में पार्टी के कई प्रमुख चेहरों की प्रतिष्ठा दांव पर है, इनमें पहला नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का है, वो राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं. उसके साथ ही उनके बड़े भाई और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव, जो हसनपुर से लड़ रहे हैं, पार्टी के प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता, जो उजियारपुर से राजद प्रत्याशी हैं. जबकि पूर्व सांसद सह युवा राजद के अध्यक्ष शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल बिहपुर सीट से मैदान में हैं. इन सबके किस्मत का फैसला तीन को तय होना है।
राजद में कई बाहुबली उनके परिजन भी हैं मैदान में
राजद ने जिन बाहुबलियों या उनके परिवारीजनों को चुनाव मैदान में उतारा है, इनमें पहला नाम रीतलाल यादव का है जो पटना की दानापुर सीट से राजद प्रत्याशी हैं. पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद शिवहर सीट से चुनाव मैदान में हैं।
पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे और भाई की सीटें भी दूसरे चरण में शामिल हैं.उनके बेटे रंधीर कुमार सिंह छपरा से और भाई केदारनाथ सिंह बनियापुर से लड़ रहे हैं. जबकि पूर्व सांसद रामा सिंह की पत्नी बीना सिंह वैशाली की महनार सीट से चुनावी भाग्य आजमा रही हैं. ये सभी राजद के टिकट पर भाग्य आजमा रहे हैं और तीन तारीख तय करेगा इनकी हार और जीत।