पटना। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार विधानमंडल में पेश हुए बजट पर जोरदार हमला बोला। कहा, इस बार के बजट में कुछ भी नया नहीं है। यह बिल्कुल रटा रटाया बजट है। बिहार सरकार ने बजट नहीं, जनता का मज़ाक उड़ाने वाला झूठ का पुलिंदा पेश किया है। उन्होंने कहा कि बजट में कहीं भी पढ़ाई, दवाई, सिचाई,महंगाई Not budget, this is a bundle of lies: stunning जैसे मुद्दों पर बात नहीं की गई है। केवल घोषणा की गई है और सात निश्चय योजना की बात की गई।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार बजट में वही घोषणाएं हैं जो पिछले बजट में भी थे, वही योजनाएं, वही आवंटन। मतलब साफ है कि काम कुछ होता नहीं, हर वर्ष उसी बजट को पुनः दोहरा दिया जाता है। 20 लाख रोजगार सृजन का झूठा ढोल सत्तारूढ़ दलों ने बिहार चुनाव में खूब बजाया। अब जब किसी तरह सत्ता में बैठ गए हैं तो सरकार 20 लाख रोजगार Not budget, this is a bundle of lies: stunningसृजन का ब्लूप्रिंट बिहार की जनता के सामने रखे।
उन्होंन कहा कि पिछले 5 बजट से मुख्यमंत्री लगातार एक खेल स्टेडियम बनवाने की घोषणा कर रहे हैं, पर खेल स्टेडियम है कि घोषणा से बाहर आता ही नहीं है। मुख्यमंत्री का 7 निश्चय पार्ट- 1 तो पूरा हो नहीं पाया और आधा होने के क्रम में ही भ्रष्टाचार, लीकेज और कमीशनखोरी का पर्याय बन गया है, जिसमें नल जल योजना तो अपने आप में भ्रष्टाचार की एक गाथा बन गया है, पर मुख्यमंत्री 7 निश्चय पार्ट-1 पूरा किए बिना 7 निश्चय पार्ट-2 की बात करके सबको भ्रमित करने लगे हैं। उन्होंने कहा Not budget, this is a bundle of lies: stunning कि बजट में न बंद पड़े चीनी मिलों का ज़िक्र हुआ, न फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट्स का और न ही नई औधोगिक इकाई स्थापित करने का। पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, सुनवाई और कार्रवाई, जो आम आदमी को सीधे प्रभावित करते हैं, उसका ज़िक्र भी इस बजट में नदारद है।