मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को भारत-नेपाल सीमा के समीप स्थित कमला नदी के तटबंधों व कमला वियर का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग के सचिव को भारतीय सीमा क्षेत्रों में तटबंधों को और अधिक ऊंचा व मजबूत करने का निर्देश दिया। तत्पश्चात कमला नदी पुल के निरीक्षण उपरांत वियर के समीप सचिव, जल संसाधन संजीव हंस, विभाग के अभियंतागण व डीएम
डाॅ. निलेश रामचंद्र देवरे की ओर से वियर को वैराज में परिवर्तित कर कमला नदी के जल को सिंचाई के लिए प्रजेंटेशन दिखाया गया, जिसे मुख्यमंत्री ने सराहा।
मुख्यमंत्री ने नरूआर स्थित टूटे तटबंधों की मरम्मत का निरीक्षण किया। नरूआर के टूटे हुए तटबंधों पर आईआईटी, रूड़की की ओर से तटबंध के टूटने के कारणों का अध्ययन कराया गया है और तकनीकी सेवाएं ली गई। आईआईटी से प्राप्त प्रतिवेदन की समीक्षा के उपरांत सर्वोतम व आधुनिकतम तकनीक का उपयोग करते हुए ब्रीच क्लोजर का कार्य कराया जा रहा है।
इस कार्य में आयरन शीट पायलिंग व जियो बैग पिचिंग तकनीक का उपयोग बिहार में पहली बार हो रहा है। आयरन शीट को 12 मीटर नीचे तक डालने का कार्य का भी मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया।
इस अवसर पर जल संसाधन विभाग मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस व अन्य अभियंताओं के साथ विचार-विमर्श किया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री ने कमला वियर को वराज में परिवर्तित करने के लिए प्रस्ताव देने का निर्देश दिया। वराज में परिवर्तित होने से सिंचाई क्षमता में भारी बढ़ोतरी होगी, जिससे मिथिलांचल के किसानों को फायदा होगा।