पटना। बिहार सरकार में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य में कोरोना की भयावह होती स्थिति पर पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने सीएम को कुछ सुझाव दिया है। नरेंद्र सिंह ने पत्र में लिखा है कि यदि अभी चूके तो आपका नाम इतिहास में काले अक्षरों से लिखा जाएगा।
उन्होंने लिखा है कि इलाज के अभाव में कोरोना से दम तोड़ते लोगों की संख्या में वृद्धि होती जा रही है। आपकी सरकार ने कुछ हद तक इंतजाम भी किया है जो नकाफी है। इस बीमारी के प्रभाव पर नियंत्रण पाने में सरकार विफल दिख रही है।
नरेंद्र सिंह ने तीन सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राजधानी पटना के कंकड़बाग में जयप्रभा मेदांता अस्पताल का निर्माण सरकारी जमीन पर किया गया है। राज्य सरकार ने मेदांता को पार्टनर बनाकर 10 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है। अभी वहां 500 बेड का अस्पताल चल रहा है। उन्होंने अनुरोध किया है कि इस अस्पताल को पूर्णरूपेण कोरोना पीड़ित अस्पताल घोषित किया जाए।
दूसरे सुझाव के रूप में उन्होंने लिखा है कि पूरे बिहार में जितने भी बड़े-बड़े निजी अस्पताल एवं नर्सिंग होम चलाए जा रहे हैं उन सबको भी कोरोना के इलाज के लिए सुरक्षित कर दिया जाए। रोगियों पर होने वाले खर्च का वहन राज्य सरकार करे। तीसरे सुझाव के तहत लिखा है कि राज्य के निजी नर्सिंग होम और निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना मरीज से काफी ऊंची दर पर फिस वसूली जा रही है। इन अस्पतालों में भी इलाज कराने वाले रोगियों पर होने वाले खर्च का वहन राज्य सरकार करे।