मधुबनी/फुलपरास, देशज टाइम्स ब्यूरो। फुलपरास अनुमंडल मुख्यालय के थाना कार्यालय में दो फीट से तीन फीट तक पानी लग जाने से कामकाज में परेशानी उत्पन्न हो गई है।
थाना कर्मी पानी में बैठकर कार्य कर रहे हैं। फुलपरास थाना अंग्रेज जमाने के मकान में 1914 में स्थापना हुआ था। अंग्रेज की ओर से ही बनाए गए मकान में थाना कार्यालय चल रहा है।
मकान जमीन से दो तीन फीट नीचे रहने के कारण जब भी बरसात होती है तो पानी मकान व थाना परिसर में लग जाता है। थाना कर्मियों को काम करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। चार दिनों से हो रही वर्षा के कारण थाना कार्यालय में दो से तीन फीट पानी लगा हुआ है।
थानाध्यक्ष महफूज आलम ने बताया, अंग्रेज जमाने के मकान में ही फुलपरास थाना का कार्यालय चल रहा है। इसमें बरसात महीना में कार्यालय में दो फिर से तीन फीट पानी लग जाता है। इसके कारण कागजात काफी परेशानी उत्पन्न हो जाती है। महिला सिपाही को भी जलजमाव रहने के कारण काफी दिक्कत हो रहा है।
इधर, पुलिस निरीक्षक फुलपरास के कार्यालय में भी दो से तीन फीट पानी लगा हुआ है। इससे उसमें भी कर्मियों का आना जाना बंद हो गया है। महिला पुलिस बल को बताया गया, थाना परिसर में जलजमाव होने के कारण थाना कार्यालय जाने में भयंकर स्थिति उत्पन्न हो रही है। रात होने पर सभी कर्मियों को सर्प कटने का भी डर सता रहा है। अनुमंडल पदाधिकारी गणेश कुमार ने बताया, थाना से जल निकासी की व्यवस्था जल्द ही की जाएगी।
मधुबनी में रविवार की सुबह से हो रही बारिश से जिला मुख्यालय के सभी मुहल्ले जलमग्न हो चुके हैं। लोगों का घर से भी निकलना मुश्किल हो गया है। शहर के दायरे में करीब सौ से अधिक लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर गया है। चारों ओर त्राहिमाम मचा हुआ है। शहर के तिरहुत कॉलोनी,बीएन झा कॉलोनी, आदर्श नगर,संतु नगर,अयाची नगर,राम जानकी कॉलोनी,महिला कॉलेज रोड,चूड़ी बाजार, चभच्चा चौक,बाबू साहब चैक रोड, मैक्सी बस स्टेन्ड रोड सहित कई दर्जनों मोहल्ले में जलजमाव की ऐसी स्थिति बनी हुइ है। लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
कई सड़कों की भी स्थिति बेहद खराब हो गई है। खासकर महिला कॉलेज रोड,बाटा चौक,चूड़ी बाजार,बाबू साहेब चैक रोड चभच्चा चौक,मिथिला टाकिज के पास आदि सड़कों पर पर करीब दो फीट से अधिक पानी लग गया है, आवागमन लगभग ठप है। कुछ वाहन पानी में फंसकर खराब भी हो चुके हैं। लोग किसी तरह मजबूरी में घर से निकल रहे हैं। वही भौआरा के आसपास के कई मोहल्लों की स्थिति काफी नारकीय बन गई है। उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल हो रहा है। बच्चे-बूढ़े घरों में कैद हो चुके हैं।
वहीं बारिश की वजह से शहर की करीब 70 प्रतिशत दुकानें रविवार को बन्द रही। पानी थमने का नाम नहीं ले रहा है। अगर यही स्थिति बनी रही तो आने वाले समय में पूरा शहर पानी-पानी हो जाएगा। वहीं सदर अस्पताल भी पानी से नाकोदम हो चुका है। पूरे परिसर में चारों तरफ जलजमाव हो चुका है। जिस वजह से इमरजेंसी,आउटडोर सिविल सर्जन कार्यालय प्रसव कक्ष, ब्लड बैंक, डायलिसिस यूनिट,आईसीयू, यक्ष्मा केंद्र,दवा भंडार गृह,कालाजार वार्ड आदि में जाना मुश्किल हो चुका है।