फुलपरास़़, देशज मधुबनी ब्यूरो। फुलपरास विस क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक शीला मंडल को जदयू कोटे से मंत्री बनाए जाने की खबर से जदयू कार्यकर्ताओं के साथ-साथ उनके गांव बेलहा में जश्न का माहौल है।
जानकारी के अनुसार, लंबे अरसे बाद इस गांव में राजनीतिक रौनक लौटी है। इसके पूर्व 1967 में शीला मंडल के चचरे ससुर एवं समाजवाद के पुरोधा धनिक लाल मंडल पहली बार फुलपरास से चुनाव जीतकर बिहार विधानसभा में स्पीकर बने थे। श्री मंडल 1977 में झंझारपुर से सांसद बने एवं मोरारजी देसाई की सरकार में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री बनाए गए।
वही 1990-95 तक श्री मंडल हरियाणा के राज्यपाल रहे। शीला,धनिक लाल मंडल के चचेरे भाई मुंशी मंडल के पुत्रबधू है। बतादें कि 1977 के उपचुनाव में जननायक कर्पूरी ठाकुर मुख्यमंत्री रहते हुए फुलपरास से विधायक बने थे। 1977 के बाद पहली बार फुलपरास से जितने वाले किसी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
इसको लेकर शीला मंडल के गांव बेलहा के लोगों में दोहरी खुशी देखी जा रही है। क्योंकि गांव के आन बान और शान के प्रतीक हरियाणा के पूर्व राज्यपाल धनिकलाल मंडल के पुत्र भारत भूषण मंडल जहां लौकहा से राजद के टिकट पर विधायक बने है। वही उन्ही के चचेरे भाई की पुत्रवधू शीला मंडल जदयू के टिकट पर फुलपरास से चुनाव जीतकर नीतीश कुमार के मंत्री मंडल में जगह बनाने में कामयाब हो गई है।
इस तरह कहा जा सकता है कि लंबे अरसे बाद प्रखंड के बेलहा गांव एक बार फिर से राजनीतिक का केंद्र बिंदु बनने में सफल हुए है।