मधुबनी,देशज टाइम्स ब्यूरो। जिला परिवहन विभाग की ओर से कोविड-19 में अन्य राज्यों से आए मजदूरों को अपने गृह जिला व जिला मुख्यालय के विभिन्न प्रखंडों में पहुंचाने के लिए अधिग्रहित किए गए बसों के मालिक शुक्रवार को परिवहन कार्यालय पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया।
विभिन्न कंपनियों के बस मालिकों ने अपनी बसों को परिवहन कार्यालय परिसर में लगा दिया। आपदा प्रबंधन विभाग से बस में हुए क्षति का मुआवजा देने की मांग करने लगे। साथ ही पिछले दो माह से अधिग्रहित इन बस मालिकों को किराया भाड़ा नहीं देने को लेकर भी बस मालिकों में रोष था।
बस मालिकों का कहना था, उनके बस में तोड़फोड़ का मुआवजा आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से बस मालिकों को दिया जाए। 2 जून को देश के अन्य राज्यों से आने वाले हैं ट्रेन जिसमें जमुई जिला के काफी संख्या में मजदूर थे, जिला जमुई भेजा गया। जिला मुख्यालय से 9 बसों में भरकर मजदूरों को जमुई जिला मुख्यालय भेजा गया है।
वापसी के क्रम में मुंगेर जिला के तारापुर गांव के पास किसी ट्रक के दुर्घटना हो जाने के कारण वहां सड़क जाम लगा था। बस चालक उसी जाम में फंस गए। इसी दौरान वहां के स्थानीय नागरिक जो जाम में शामिल थे ने बसों में तोड़फोड़ करना शुरू किया। लगभग सभी बसों की शीशा सहित बस के अन्य सामानों को नुकसान पहुंचाया।
जाम टूटने के बाद किसी तरह बस चालक अपनी अपनी बसों को लेकर जिला मुख्यालय पहुंचे। बसों की हालत देखने पर यह लगता है, बस को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त किया गया है। बस मालिकों का कहना था, आपदा कार्य में वे जिला प्रशासन की तरफ से जमुई जिला गए थे।
वहां से आने के क्रम में बसों में तोड़फोड़ हुई इसलिए आपदा प्रबंधन विभाग बसों को ठीक कराने के लिए बस मालिकों को आर्थिक सहायता प्रदान करें। बस मालिकों ने कहा इस संबंध में वे लोग जिला पदाधिकारी एवं परिवहन पदाधिकारी को आवेदन दे चुके हैं। परंतु उनके आवेदन पर कोई विचार नहीं होते देख वे लोग अपनी क्षतिग्रस्त बसों को परिवहन कार्यालय परिसर में जमा कर दिया है।
अब तक नहीं मिला भाड़ा
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष उमाशंकर सिंह उर्फ मुन्ना ठाकुर ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आपदा कार्य के लिए 27 मार्च से ही जिले के में चलने वाले बसों का अधिग्रहित किया था. 2 माह बीत जाने के बाद भी अब तक जिला प्रशासन बस मालिकों को भुगतान नहीं किया है। ऐसे में बस मालीक अपने कर्मियों को किस प्रकार वेतन देंगे और बैंकों से लिए गए ऋण का भुगतान करेंगे। यह समस्या काफी जटिल होता जा रहा है।
नीलकमल, निराला, संगम, जय धर्मराज सहित अन्य परिवहन कंपनी के मालिकों ने कहा, उनके बसों की मरम्मत व भाड़ा का भुगतान अगर प्रशासन द्वारा शीघ्र नहीं किया गया तो जिले में बस ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।
परिवहन कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करने वालों में राजेश कुमार सिंह,मनोज कुमार, सिंह ,कृष्ण कुमार झा उर्फ रोशन झा,छोटू सिंह,उज्जवल कुमार, हरिशंकर ठाकुर सहित कई बस स्वामी मौजूद थे। वहीं, परिवहन पदाधिकारी सुशील कुमार ने कहा, कोविड 19 में मजदूरों को गृह जिले पंहुचाने के लिए अधिगृहित वाहनों का भुगतान जल्द ही की जाएगी।