मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। नगर परिषद की कार्यशैली के कारण शहर लाखों की आमदनी से वंचित हो चुका है। लगभग दो साल से जिओ पोल शहर में लगाए गए हैं। यह विधिवत काम भी कर चुका है। पर यहां शेटिंग के खेल के कारण नगर परिषद को आजतक एक रूपए की भी आमदनी प्राप्त नहीं हो सका है।
सशक्त स्थायी समिति ने बिना अनुमति पोल लगाये जाने पर जुर्माना लगाने और प्रति पोल एक हजार रूपए टैक्स लगाने का प्रस्ताव पारित कर चुका है। एजेंसी ने शहर में लगभग तीन हजार से अधिक पोल लगाया है। इसतरह निर्णय के बाद शहर को इससे 40 लाख से अधिक की आमदनी होती।
प्रावधान के अनुसार राशि की वसूली की वजाए यहां एजेंसी से मिलकर राशि लिए जाने और बंदरबांट किए जाने की चर्चा शहर में हो रही है। इसके लिए न तो कोई संचिका बनाया गया है। न ही कोई नियमावली बनायी गयी है। इस एजेंसी ने नगर परिषद को अबतक यह नहीं बताया है कि शहर में कितना पोल लगाया जाना है। इसका पूरा प्रोजेक्ट क्या है। तमाम प्रक्रिया नगर परिषद की कार्यशैली की पोल खोल रहा है।
अवागमन हो रहा प्रभावित—
इतना ही नहीं एजेंसी ने सड़क को अतिक्रमित कर सैकड़ों स्थान पर पोल लगा दिया है। जिससे विभिन्न स्थानों पर अवागमन प्रभावित हो चुकी है। वहीं इसतरह बेतरतीब पोल लगाये जाने के सवाल पर पीडब्लूडी के अभियंता ने नप को पत्र देकर आपत्ति जता चुका है। इसके बाद कई बार सिटी मैनेजर और अन्य कर्मियों से रिपोर्ट तलब हुआ। सशक्त स्थायी समिति ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया। पर सबकुछ अधर में लटक कर रह गया है।
अब शहर के लोग इस शेटिंग के खेल से काफी परेशान हो रहे हैं। बिजली और टेलीफोन पोल के बाहर जाकर इस पोल को लगा दिया गया है। सड़क किनारे के फ्लैंक के लिए भी जगह नहीं छोड़ा गया है। कई स्थानों पर लगाया गया पोल घूमाव वाले स्थान पर बीच में नजर आता है। सड़क विस्तारीकरण की योजना है। लेकिन यह पोल इसमें बड़ी बाधा बन गयी है।
एजेंसी की यह मनमानी सारे नियम का मुंह चिढ़ा रहा है। सशक्त स्थायी समिति सदस्य उमेश प्रसाद ने बताया कि नगर परिषद की आमदनी बढ़ाने को लेकर प्रस्ताव पारित हो चुका है। इसका अनुपालन नहीं किये जाने पर बोर्ड में सवाल उठाये जायेंगे। उन्होंने इसके लिए दोषियों पर कार्रवाई किये जाने की बात कही है।