मधुबनी, देशज न्यूज। शहर में आवास योजना के लाभुकों को अगली किस्त डेज़ साल से नहीं दिए जाने से खफा बेघर लोगों ने कार्यालय खुलते ही नप को घेर लिया। नए घर के लिए अगली किस्त की राशि दो, या फिर हमारा पुराना घर की वापस करो के नारे के साथ कर्मियों व प्रतिनिधियों को कार्यालय जाने से रोक दिया, जिससे लगभग एक बजे तक नगर परिषद का कामकाज ठप रहा।
कार्यालय पर पहुंची लाभुक रहमती बेगम ने बताया, उन्होंने घर बनने की आस में अपनी झोपड़ी को तोड़ दिया। अब वे सड़क पर आ गयी है। हर बार कुछ दिनों का समय मांगा जाता है। राधा देवी ने कहा, अब हद हो गयी है। जबतक रुपए नहीं मिलेंगे, यहां से नहीं जाएंगे। कहां जाएं। झोपड़ी को तुड़वा दिया गया। पहला किस्त मिला। अब नींव लेकर पड़ा हुआ है। (madhubani me pardarshan)
सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लाभुकों ने बताया, अगली किस्त की उम्मीद में किसी तरह घर बनाया वे अब महाजन की गिरफ्त में फंस गये हैं। राजकुमारी देवी, रामचंद्र, बुच्ची देवी, कृष्णा सदा, सल्लू अंसारी व मोतीउर्र रहमान आदि ने बताया कि सड़क पर टेंट लगाकर रहते हैं। आक्रोशित लाभुकों ने बताया, अभी कोई नेता उनके लिए नहीं बोल रहा है। सबको सबक सिखाएंगे। नप कार्यालय पर वार्ड 22, 28, 14, 20, 04, 02, 19, 01 व 13 सहित अन्य वार्ड के भी लाभुक पहुंचे थे। (madhubani me pardarshan)
डीएम के संज्ञान के बाद आक्रोश हुआ शांत
नप कार्यालय पर कोई नोटिस नहीं लिये जाने से खफा होकर लाभुकों का हुजूम डीएम कार्यालय में उनके कक्ष तक पहुंच गयी। जहां उनकी समस्या जानने के बाद डीएम ने त्वरित संज्ञान लिया। सदर एसडीएम अभिषेक कुमार व प्रभारी कार्यपालक पदाधिकारी आइएएस प्रीति गहलोत को समस्या समाधान के लिए नप भेजा। (madhubani me pardarshan)
नप पहुंच कर उन्होंने लाभुकों से बातचीत की। सदर एसडीएम ने माइक संभालकर हर लाभुकों की समस्या को सुना और तत्काल आधार कार्ड देने को कहा। उन्होंने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह में हल निकलेगा। (madhubani me pardarshan)
जानकारी के अनुसार, पूर्व के डीएम की जांच कमेटी को निरस्त कर दिया गया है। नयी जांच कमेटी गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने का आदेश डीएम ने दिया है। (madhubani me pardarshan)
एसडीएम के आश्वासन पर लाभुक वापस हुए। हालांकि लाभुकों ने स्पष्ट रुप से कहा कि बार-बार कुछ वक्त मांगा जाता है। यदि शीघ्र इसका समाधान नहीं हुआ तो कार्यालय पर ही आकर डेरा डालेंगे और चुनाव में मोहल्ले में नेताओं की बंदिश रहेगी। (madhubani me pardarshan)