जयनगर, मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने जयनगर प्रखंड के बेतौंहा गांव के समीप बाढ़ से क्षतिग्रस्त तटबंध मरम्मत कार्यों का जायजा लिया। इसके बाद भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में बसे लोगों से मुलाकात की।
जयनगर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पप्पू यादव ने कहा, बिहार में तटबंध मरम्मत कार्य के नाम पर करोड़ों के घोटालों का पर्दाफाश के लिए हम कोर्ट जाएंगे। उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते कहा, यह राजनीति नहीं चलेगी। देश व बिहार की जनता सब कुछ समझ चुकी है। मैंनें देश की जनता के साथ हर समय कंधे से कंधा मिलाकर उसके सुख-दु:ख में उनके दर्दों को बांटने का काम किया।
उन्होंने कहा, वैश्विक महामारी कोरोना में केन्द्र सरकार ने प्रवासी कामगारों को उनके हाल पर छोड़ दिया। आखिर प्रवासी जाएं तो कहां जाएं। भूख व कुव्यवस्था के कारण कई प्रवासी की मौत हो गई।
भारत सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किया। हमने कई जगहों पर उनके मदद के लिए आगे आ कर प्रवासियों का साथ दिया। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण राजनितिक दलों के नेताओं ने अपने को सुरक्षित रखा। लेकिन, पप्पू यादव ने पीड़ित परिवारों को अपनाया उनके मदद में हाथ बंटाया।
इस महामारी से बचाव के लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं लोगों को रोजगार नही। लेकिन चुनाव के लिए वर्चुअल डिजिटल रैली कर रहे हैं। ये राजनीतिक अब नहीं चलेगी। केन्द्र सरकार की ओर से सवा लाख करोड़ की घोषणा का क्या हुआ।
विशेष राज्य का दर्जा क्या हुआ। बंद पड़े फैक्ट्री का क्या हुआ। उन्होनें कहा कि मौजूदा समय में पड़ोसी राष्ट्रों से संबंध ठीक नही है। लेकिन सब की नजर सिर्फ और सिर्फ चुनाव पर टिकी है। बेटी रोटी के संबंधों में हमारी बेटी को सात साल बाद नागरिकता मिलेगी।
केन्द्र व राज्य सरकार नेपाल सरकार से बात किया। ऐसा कानून क्यों हुआ। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जनता के दिल के साथ मेरा गठबंधन हैं। बिहार को एक मजबूत विकल्प हम दे सकते हैं। बिहार के किसान,मजदूर व युवा बिहार को आत्म निर्भर बनाना चाहते है। तटबंध मरम्मत के नाम पर करोड़ों की लूट का हिसाब जनता को देना होगा। अब बहुत हो गया। जनता के पाई-पाई का हिसाब देना होगा।
पुलवामा में शहीद सैनिकों के परिजनों का पप्पू यादव ने सहायता के तौर पर 40 लाख व बिहार रेजिमेंट को 35 लाख देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, पीएम के मन की बात में मिथिलांचल कोसी सीमांचल अन्य की बात नही हो सकी। श्री यादव ने कहा, 15 साल की सरकार 15 साल से पहले की सरकार एवं उससे पूर्व की सरकार यानि 40 साल की सरकार में नेपाली सीमा से सटे जिलें के लिए कई नदियां किसानों के लिय बरदान होती थी।लेकिन अब सरकार किसानों के साथ मजाक कर रही है।
बाढ़ के नाम पर लूट मची हुई है।मानसून के आने पर क्षतिग्रस्त तटबंधों के मरम्ती के लिय काम शूरु किया गया।सरकार इससे पहले कहां थी। सुशासन बाबू बाढ़ के समय हवाई सर्वे किया।सारे घोटाला से ज्यादा घोटाला सिंचाई में किया जा रहा है।तटबंध मरम्मती के नाम पर मिटटी के बदले बालू किया जा रहा है व करोड़ों रुपये की निकासी की जा रही है।
अब बिहार की जनता जाग चुकी है। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष पूर्व मुखिया ब्रज किशोर यादव,संतोष झा,राष्ट्रीय सचिव मो एजाज अहमद,विश्वनाथ कुमार कामत,मिथिलेश कुमार यादव,बेलही पश्चिती पंचायत के मुखिया मदन यादव,सरपंच शत्रुधन यादव,पंसस सीयाराम ठाकुर, सुरेन्द्र यादव, अवधेश यादव, मजहर कमाल,भोरील यादव समेत दर्जनों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।