मई,2,2024
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मधुबनी में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कहा- सरकार की मंशा ठीक नहीं, आंदोलन का अल्टीमेटम

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मधुबनी। कोरोना के नाम पर सरकार की मंशा ठीक नहीं लग रही है। बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कहीं शिक्षा तंत्र को ध्वस्त करने की नीति तो नहीं है। सोमवार को जयनगर अनुमंडल मुख्यालय के पीठवा टोला स्थित माउन्ट कार्मेल इंग्लिश स्कूल प्रधानाध्यापक कार्यालय सभागार में प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन की एक बैठक में लोगों ने अपना विचार व्यक्त किया।

 

होली सेन्ट्रल स्कूल के निदेशक उमेश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उपस्थित विभिन्न प्राईवेट स्कूलों के प्रबंधन ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि राज्य सरकार के द्वारा 11 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों को तत्काल बंद करने के निर्णय को सभी निजी स्कूलों ने माना है। लेकिन सरकार कोरोना को लेकर 11 अप्रैल के बाद कोई और निर्णय लेती है तो हम लोग बाध्य होकर आंदोलन करने पर विवश होगें।इसी क्रम में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि मंगलवार को मधुबनी जिले के सभी प्रखंडों में मशाल जुलूस निकाली जाएगी एवं बुधवार जिले के सभी अनुमंडल कार्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया जाएगा। जिला अध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों में चुनाव व सरकारी कार्यों में कोरोना नहीं। लेकिन शिक्षण संस्थानों को संचालित करने में कोरोना बताया जाता है।

 

कोरोना को लेकर लाॅक डाउन अवधि में स्कूल बंद रहने के कारण उस स्कूल में काम करने वाले लोगों के साथ आर्थिक तंगी उत्पन्न हो गई है। बच्चों का पठन पाठन व्यवस्था ठप हो चुकी है। जिससे बच्चों का भविष्य अंधकार की ओर चला गया है। चुनाव में कोरोना नहीं और पढ़ाई में कोरोना होने की डर से सरकार के द्वारा शिक्षण संस्थानों को बंद कराया जा रहा है। प्रोफेसर सैय्यद जाबेदुल हक ने कहा कि राज्य में कोई फैक्ट्री नहीं। लेकिन निजी स्कूल ही फैक्ट्री बन कर राज्य के विभिन्न प्रखंडों में सैंकड़ों बेरोजगार लोगों को रोजगार देने का काम किया है। कोविड को लेकर सरकार ने जो गाईड लाईन स्कूल पर लागू किया। उसका हम प्राईवेट स्कूलों के संचालकों के द्वारा निर्वहन कर पठन-पाठन संचालित कर रही थी। सरकार को प्राईवेट स्कूल के शिक्षकों की कोई परवाह नहीं है।

 

राजीव रंजन ने कहा कि हम सभी प्राईवेट स्कूल संचालकों की मंशा है कि सरकार कोविड को देखते हुए हमें गाईड लाईन दे। उसके मुताबिक हम स्कूल को संचालित करने में सक्षम है। ताकि बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके। कोरोना इतनी जल्दी जाने वाली नहीं है खुद प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि इसके साथ हमें जीने के लिए सीखना होगा। बेन स्टीफन ने कहा कि सरकारी आदेश की परिस्थितियों को देखते हुए आज की बैठक आयोजित की गई है।

 

आज के समय में शिक्षा मनुष्य के लिए प्रमुख केन्द्र हैं। जो हम लोगों बच्चों को देते हैं। जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल होता है। लेकिन आज के दौर में किसी न किसी कारण शिक्षा पर सवाल उठाया जा रहा है। बैठक में मनीष कुमार,प्रोफेसर सैय्यद जाबेदुल हक,प्रवीण कुमार सिंह,बेन स्टीफन,पी दिनाकरन,विद्या दिनाकरन,राजीव रंजन,मनोज सिंह, आदित्य सिंह,विक्रम कुमार समेत अन्य मौजूद थे।

 

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