मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। जिला पंचायती राज पदधिकारी पद पर 27 सितंबर 2019 से पदस्थापित मो. नौशाद अहमद खां को बेहतर कार्य करने की सजा मिल गई। विभाग ने उन्हें मधुबनी जिले से मुख्यालय पटना बुला लिया लिया है।
श्री नौशाद ने अपने करीब एक वर्ष के कार्यकाल में मुख्यमंत्री की अहम सात निश्चय योजना को जमीन पर उतारने की हरसंभव कोशिश की। उसी का नतीजा है, जिले के 399 पंचायतों के कुल-4109 वार्डो में ग्रामीण पेयजल योजना का कार्य पूरा हो सका।
वहीं, गली-नली योजना के तहत 399 पंचायतों के 5523 वार्डो में कार्य होना था। इसमें पूरे लगन के साथ डीपीआरओ नौशाद ने 5299 वार्डों में कार्य पूर्ण कराने में कामयाबी हासिल की। बाकी जगहों पर कार्य जारी है। बेहतर कार्य करने वाले पदाधिकारी को मुख्यालय बुला लेना मधुबनी जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। (madhubani me)
श्री खां ने जिले के लदनियां, बाबूबरही व लौकही समेत अन्य प्रखंड क्षेत्रों में बेहतर कार्य किए हैं। इस दौरान उन्होंने बचैलियों को किसी भी कार्य में हावी नही होने दिया। ताकि सरकारी राशि की बंदरबांट न हो। सही तौर पर कार्य को जमीन पर उतारा जा सके। (madhubani me)
उन्होंने खासकर पंचायती राज मंत्री के प्रखंड लदनियां क्षेत्र के किसी कार्य में बिचैलियों की नही चलने दी। यही कारण है, उनके खिलाफ जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक बचैलिए एवं कुछ नेताओं ने शिकायत करना शुरू कर दिया। विभाग ने पूरे मामले की बिना जांच कराए, डीपीआरओ श्री खां को मुख्यालय बुला लिया।(madhubani me)
इधर, डीपीआरओ नौशाद की मानें, उनके योगदान के समय सात निश्चय योजना बदहाल थी। उन्होंने अपने लगन व प्रयास से मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजनाओं को जमीन पर उतारा। इसको ध्यान में रखते हुए मैंने हरसंभव प्रयास कर जिले के विभिन्न प्रखंडों में कार्य करता रहा। ताकि मुख्यमंत्री की सात निश्चय योजनाओं का फायदा जरूरतमंदों तक पहुंच सके।(madhubani me)