अप्रैल,27,2024
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मधुबनी में क्रांति दिवस पर उठी किसानों की हक-हकूक की आवाज, कहा सरकार किसान विरोधी

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मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर क्रांति दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर किसान मुक्ति दिवस के रूप में आयोजित किया गया। वहीं, केंद्रीय श्रम संगठनों और संघर्ष फेडरेशन के संयुक्त मंच के आह्वान पर केंद्र सरकार व राज्य सरकारों की जनविरोधी श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ देशव्यापी सत्याग्रह जेल भरो धरना व प्रदर्शन कार्यक्रम संयुक्त ट्रेड यूनियन समिति मधुबनी की ओर से किया गया।

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इसमें नौ सूत्री मांगे भी रखें। प्रदर्शन कर रहे अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति से कृपानंद आजाद मनोज मिश्र,मिथिलेश झा,राजश्री किरण,राकेश कुमार पांडे,बद्री नारायण झा लक्ष्मण चैधरी,राजेंद्र झा राजा,अरविंद प्रसाद आदि शामिल थे।

 

वक्ताओं ने कहा कि देश में सरकारी उद्योगों का निजीकरण किया जा रहा है। देष के मजदुर कहां जाऐंगे। वही देष में बेरोजगारी आसमान पर है। षिक्षित युवा पीढ़ी रोजगार के लिए देष के विभिन्न राज्यों में भटक रहे हैं।

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वहीं, संयुक्त ट्रेड यूनियन समन्वय समिति से गणपति झा,सतनारायण राय, सुनील कुमार मिश्र,मनोज कुमार,योगेंद्र यादव समेत दर्जनों वक्ताओं ने बताया कि श्रम कानून में संशोधन पर रोक लगाई जाए तथा श्रमिक अधिकारों पर हो रहे लगातार हमले को बंद किया जाए। सार्वजनिक क्षेत्र में उपक्रमों प्रतिष्ठानों रेल बीमा बैंक एयरलाइंस कोयला आयुध आदि के विनिवेश और निजीकरण करने पर रोक लगाई।

वहीं 1942 भारत छोड़ो आंदोलन के अमर शहीद अकुलु साह और गणेश ठाकुर के शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राष्ट्रीय एकता अखंडता का क्रांतिकारी संकल्प लिया गया।

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