हरलाखी, मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। स्थानीय प्रखंड के सोनई गांव स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत बच्चों को मिलने वाले चावल वितरण में अनियमितता को लेकर अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। आक्रोशित अभिभावक व बच्चों ने स्कूल गेंट के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान अभिभावकों ने स्कूल के एचएम के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए कई गंभीर आरोप भी लगाएं हैं। अभिभावकों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान विद्यालय बंदी के समय का जो भोजन बच्चों को मिलना था वो नहीं दिया जा रहा है। विद्यालय के एचएम के द्वारा गुपचुप तरीके से कुछ बच्चों को बुलाकर चावल दिया गया है।
अभिभावकों ने एचएम पर चावल वितरण में बच्चों के बीच जातिगत भेदभाव करने का आरोप भी लगाया है। गौरतलब है कि कोरोना महामारी को लेकर सरकार के द्वारा बिहार राज्य मध्याङ्ग भोजन योजना के तत्वाधान में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत विद्यालय बंदी के समय का पिछले मई महीने से अब तक कुल 128 दिन का भोजन सामग्री बच्चों को देना हैं। जिसमे वर्ग 1 से 5 तक के सभी बच्चों को 100 ग्राम चावल व 4 रुपए 97 पैसे प्रतिदिन के हिसाब से देना है।
वहीं वर्ग 6 से 8 तक के सभी बच्चों को 1.50 ग्राम चावल व 7 रूपए 45 पैसे प्रतिदिन के हिसाब से देना है। परंतु विद्यालय के एचएम के द्वारा उपरोक्त हिसाब से भोजन सामग्री वितरण करने में बच्चों के बीच भेदभाव किया जा रहा है। इस विद्यालय में अभी तक सभी बच्चों को भोजन सामग्री नहीं दिया गया है। जिसको लेकर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे व उनके अभिभावकों ने एचएम के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। अभिभावकों ने बताया कि बच्चों को शीघ्र निर्धारित भोजन सामग्री नहीं दिया गया तो हम सभी एकजुट होकर आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे।
क्या कहती हैं एचएम-
स्कूल की एचएम रेणू कुमारी ने बताया, अभिवावकों के द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनयाद है। विभाग के द्वारा आवश्यकता अनुकूल चावल उपलब्ध नहीं भेजा गया है। जिससे समस्या उत्पन्न हुई है। विभाग से चावल की मांग की गई है। चावल उपलब्ध होने के बाद सभी बच्चों के बीच वितरण किया जायेगा।