मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। सतत जीवन के लिए हम प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग से ऊर्जा, परिवहन आदि में विवेकपूर्ण निर्णय-क्षमता के द्वारा दुष्प्रभाव को कम कर सकते है। उक्त बातें डीपीओ माध्यमिक शिक्षा नवीन कुमार ठाकुर ने रिजनल सेकेंडरी स्कूल के सभागार में बुधवार को 28 वी राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का जिला स्तरीय एक दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण सह कार्यशाला के अवसर पर कही।
उन्होंने कहा, जो विधालय इसमें निबंधन नहीं करा सके है,वह दो दिन में करा लें। ताकि उनका विद्यालय बाल विज्ञान कांग्रेस में वंचित न रह पाए। रीजनल सेकेंडरी स्कूल मे गूगल मीट के माध्यम से कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का मुख्य विषय सतत जीवन हेतु विज्ञान है। इस प्रशिक्षण में जिले के 80 शिक्षक शिक्षिकाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्य संरक्षक बाल विज्ञान कांग्रेस डॉ आर एस पांडेय ने कहा कि विज्ञान पर ही मानव जाति व देश-दुनिया का भविष्य टिका है। यहां के बच्चो में प्रतिभा की कमी नहीं है,जरूरत है शिक्षकों के दिशा निर्देशन देने की।
शिक्षकों को बाल विज्ञानियों के प्रश्नों का उत्तर देना चाहिए जो नहीं दिया गया है,यह आवाश्यक है।उन्होंने कहा कि विज्ञान के प्रति बच्चो में जागरूकता की आवश्यकता है, वह जागरूकता तभी आयेगी जब शिक्षक स्वयं जागरूक होंगे। इसी उद्देश्य को लेकर बाल विज्ञान कांग्रेस यह कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
डॉ. पांडेय ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र में मधुबनी पीछे नहीं है। वहीं साइंस फॉर सोसाइटी के राज्य अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार ने कहा कि विज्ञान में ही हमलोगो का भविष्य है। जीवन में विज्ञान एवं सतत् जीवन में विज्ञान के महत्व को जानना चाहिए।
वहीं एकेडमिक कॉर्डिनेटर सह विद्यालय के प्राचार्य मनोज कुमार झा ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से शिक्षक और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ती है। बाल विज्ञान कांग्रेस पहली संस्था है जो बाल वैज्ञानिको के भविष्य निर्माण ही नहीं,बल्कि विभिन्न समस्याओं से जुड़ी नवीन अनुसंधान का मार्ग भी प्रस्तुत करता है।
एकेडमिक कोऑर्डिनेटर इंजीनियर प्रत्यूष परिमल ने कहा कि विज्ञान और पर्यावरण के मेल से समाज को सुदंर बनाया जा सकता है। वही जिला समन्वयक संतोष कुमार मिश्रा चुन्नु ने कहा कि विज्ञान के क्षेत्र मे हमारा जिला हमेशा अग्रणी रहा है।हमारे स्कूल के बच्चे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करते रहे हैं।इस अवसर पर उपस्थित आर के कॉलेज के डॉ. सी एम झा ने विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चो को विज्ञान के प्रति प्रेरित करना शिक्षकों का कर्तव्य के साथ दायित्व भी है।
कार्यक्रम का संचालन संतोष कुमार मिश्रा चुन्नू ने किया। वहीं धन्यवाद ज्ञापन शिक्षा विभाग के रमन झा ने की। वही रिसोर्स पर्सन के रूप में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के राष्ट्रीय साधन सेवी डॉ अरुण कुमार और डॉ सीएम झा,रविंदर झा,अशोक ठाकुर,प्रेमनाथ गोसाई,सीताराम यादव आदि उपस्थित थे। जबकि कार्यशाला को राजीव कुमार,अशोक कुमार,अमित कुमार,पवन तिवारी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त की।