मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। रहिका प्रखंड क्षेत्र के इजरा गांववासी बाढ़ में घिरे हुए हैं। सांप-बिछछु के बीच रातें गुजारने पर मजबूर हैं। हैरत की बात यह,बाढ़ की पानी से इजरा गांव करीब छह दिनों से घिरा हुआ है, परंतु विधायक या फिर कोई अधिकारी खबर तक लेने नही पहुंचे।
बाढ़ के पानी से सबसे ज्यादा गरीब परिवार को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक वक्त की रोटी भी समय पर नसीब नहीं हो पा रही है। इजरा गांव में बाढ़ पीड़ितों के बीच मुखिया या फिर प्रशासन की ओर से किसी भी तरह की राहत कार्य चालू नहीं कराया है। ।kah rahey ijra ke log।
खासकर, पानी जमा रहने के कारण बाढ़ प्रभावितों को गंदगी से फैलने वाली बीमारियों का भी डर सताने लगा है। पंचायतत के पूर्व मुखिया मोफिर्जू रहमान की माने तो सूचना के बाद भी कोई सरकारी अधिकारी बाढ़ पीड़ितों की खबर लेने तक नही पहुंचे। ।kah rahey ijra ke log।
वहीं, इजरा पंचायत के मो. सुलेमान,मो. जुनैद,मो. तौकिर उर्फ लडडु ने देशज टाइम्स को बताया, सिर्फ चुनाव के वक्त नेता वोट लेने पहुंचते है। आज कई दिनों से हम इजरा गांव वासी बाढ़ के पानी में घिरे हैं। परंतु विधायक,सांसद या फिर अधिकारी देखने तक भी नही पहुंचे। बाढ़ राहत की बात तो दूर है। इजरा गांव के लोगों ने सरकारी से मांग की है, पूरे इजरा पंचायत को बाढ़ प्रभावित घोषित किया जाए।