जयपुर से आजाद दो बाल मजदूर मधुबनी पहुंचा, परिजनों से मिल छलक पड़े आंसूजयपुर से आजाद दो बाल मजदूर मधुबनी पहुंचा, परिजनों से मिल छलक पड़े आंसूमधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। दो नाबालिग बच्चों को बाल मजदूरी के चुंगल से छुड़ाकर बार-बार काउंसलिंग के उपरांत उनके परिजनों को सौंप दिया। बाल कल्याण समिति, मधुबनी बच्चों के हितों के लिए काम कर रही है। 2 नाबालिग बाल श्रमिक बच्चें जो बाल कल्याण समिति,जयपुर की ओर से मधुबनी बाल गृह में जयपुर से ट्रांसफर होकर आये दो नाबालिग बच्चे जो जयपुर से बाल मजदूरी करते हुए। वहां पकड़े गए थे।
उन बच्चों को आज उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। परिजनों ने बाल कल्याण समिति को विश्वास दिलाया है कि वह बच्चों की आगे पूरी पढ़ाई लिखाई कराएंगे तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेंगे मन्टू कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 5 महीनों में आज छुड़वाए गए।
दो बच्चों सहित लगभग 32 बच्चें बाल मजदूरी के चुंगल से छुड़वाए गए हैं। बाल मजदूरी को रोकने के लिए हमारे समाज के सभी वर्गों के लोगों को इकट्ठा होकर बाल मजदूरी के खिलाफ कार्य करना होगा। वह यह प्रण करना होगा कि वह घरेलू कार्यो व व्यवसायिक कार्यो में बाल मजदूरी नहीं होने देंगे 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से मजदूरी करवाना पूरी तरह से गैर कानूनी कार्य है।
मन्टू कुमार ने जानकारी देते हुए बताया छोटे बच्चों का भविष्य संवारने के लिए उनकी पढ़ाई लिखाई का होना अति आवश्यक है ताकि छोटे बच्चों को उनके साथ हो रहे अच्छे बुरे कार्यों की पहचान हो सके। मौके पर बिंदु भूषण ठाकुर,मन्टू कुमार,आलिया खुर्शीद,राम भूषण पांडे एवं सुरेंद्र कुमार सिन्हा आदि उपस्थित थे।