अब आपके नाम, दीप जलेंगे चारों धाम। सुख, शांति, समृद्धि आएगी घर बैठे। 🙏🏻🕉 कीजिए, मनोरथ पूर्ण। रंगीन दीपोत्सव के धनतेरस पर छलकेगा आस्था। ☀️ जलाइए, अपने इच्छित धाम में नव दीप। 🪔 देशज टाइम्स लेकर आया है इस दिवाली आपके लिए बेहद आध्यात्मिक खास। 🔱🙏🏻 लिंक पर क्लिक कर कोरोनाकाल मैं अपने पसंद के धाम में जलाएं इस धनतेरस पवित्र, असंख्य दीप। 🪔 👇🏻 https://bhagwaanji.com/diwali/?ref=diya20204 #Diwali2020
जयनगर, देशज टाइम्स मधुबनी ब्यूरो। भारत-नेपाल के बनते -बिगड़ते सम्बंधो के बीच अन्तर्राष्ट्रीय महत्व के जयनगर-जनकपुर रेलमार्ग पर रेल परिचालन की सुगबुगाहट एक बार फिर से तेज हो गया है। माना जा रहा है कि सब कुछ ठीक रहने पर विवाहपंचमी यानी 19 दिसम्बर से इस मार्ग पर ट्रेन का परिचालन शुरु हो सकता है।
जानकारी के अनुसार, दोनो देशो के बीच वर्षो के कायम प्रगाढ़ मैत्री सम्बंध के प्रतीक तथा नेपाल सीमावर्ती इस इलाके के लोगो के लिये लाइफलाइन माने जाने वाले इस मार्ग पर आमान परिवर्तन को लेकर बीते करीब 8 वर्षो से ट्रेन परिचालन बंद है।भारत के सहयोग से करीब 750 करोड़ रुपए की लागत वाली जयनगर-वर्दीवास आमान परिवर्तन परियोजना में जयनगर-जनकपुर के बीच सभी कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
दो वर्ष से तैयार इस रेलखण्ड मे ट्रेन परिचालन शुरु नही होने से जहां स्थानीय यात्रियों को भारी कठिनाई का सामना करना पर रहा है। वही पर्यटन व बाणिज्य व्यवसाय पर भी प्रतिकूल असर पर रहा है।ट्रेन परिचालन मे बिलम्ब के लिये दोनो देशो के बीच बनते-बिगड़ते सम्बंध को जिम्मेवार माना जाता है।
अब जबकी पटरी,सिग्नल से लेकर स्टेशन भवन का निर्माण तक पूरा हो चुका है।दोनो देशो मे शीर्ष स्तर पर व्याप्त गतिरोध के बीच इस मार्ग पर चलने के लिए एक जोड़ी डीएमयू कोच भी पहुंच चुका है। तब ट्रेन परिचालन को लेकर स्थानीय लोगो की आकांक्षाये उच्चस्तर पर पहुंच गया है। शीर्ष प्रशासनिक सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार दोनो देशो के रिश्तो पर जमी बर्फ अब पिघलने लगा है। स्वतंत्रतादिवस से शुरु हुई पहल अब शीर्ष अधिकारियो के आगमन तक पहुंच गया है।
परिणामस्वरुप इस मार्ग पर ट्रेन परिचालन के शीध्र शुरु होने की उम्मीद है।सूत्र ने बताया कि परिचालन शुरु करने के लिये कोंकण रेलवे के द्वारा स्टेशनमास्टर व टेक्नीशियन का चयन किया जा रहा है।फिलहाल भारतीय रेलवे से हाल के वर्षो मे सेवानिवृत वैसे स्टेशनमास्टर व टेक्नीशियन को दो वर्षो के लिये अनुबंध पर रखा जायेगा ।जिनकी उम्र 65 साल से कम है।दो वर्ष के बाद इन पदो पर नेपाली नागरिक तैनात किए जाएंगे।
सेवानिवृतकर्मियो के अनुबंध के लिये कोंकण रेलवे के अधिकारी यहां पहुंच चुके है। इससे माना जा रहा है कि आगामी 19 दिसम्बर को विवाहपंचमी के मौके पर जगतजननी सीता की भूमि जनकपूरधाम मे आयोजित होनेवाले भव्य समारोह मे श्रद्धालुओ को रेल यात्रा की सुविधा उप्लब्ध हो सकेगा।