बिस्फी, देशज टाइम्स मधुबनी ब्यूरो। स्थानीय प्रखंड क्षेत्र में नदी, नहर व तालाब पर छठ महापर्व के 72 घाट होते हैं। इस साल बाढ़ व बरसात के कारण घाटों की स्थिति अच्छी नहीं देखी जा हैं। विभिन्न घाटों पर मिट्टी कटाव से जहां गड्ढे बने हुए हैं।
वहीं कई जगहों पर अधिक पानी कई तालाबों पर मलेरिया जंगल कचरा दिखाई दे रहा हैं। जंगली घास उग जाने से घाट खतरनाक बना हुआ है। बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के बल्ली लाल झा तालाब परसौनी,बिस्फी सुरनी पोखर,बिस्फी आदर्श पोखर,भूतनाथ मंदिर परिसर,मेहता टोल तालाब, साफी टोल तालाब, चहुटा,सिमरी दुलहा,भोजपंजौल,मुरलियाचक,बजराहा नुरचक,धजवा सहित कई पुरानी घाटो की स्थिति अच्छी नहीं हैं।
वहीं भक्तो द्वारा उत्साह में छठ घाटों की साफ-सफाई तो शुरू कर दी है। लेकिन जानकारी के मुताबिक प्रखंड प्रशासन एवं ग्राम पंचायत राज्य के मुखिया की ओर से इस पर अब तक कोई पहल नहीं की गई हैं। वही घाटों पर सुविधाओं को लेकर भी छठ व्रतियों के द्वारा पहल शुरू हो गई है वहीं कई घाटों पर मिट्टी खुदाई के कारण धसना गिरने की संभावना और इससे होने वाले हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता हैं।
गणेश यादव,उषा देवी संतोष यादव, प्रेम कला देवी,राम दुलारी देवी,तारा देवी बसंत कुमार झा विश्वनाथ झा,अभय झा ने बताया कि दुर्गा मंदिर परिसर परसौनी में बड़े घाट है। आसपास के इलाके के बड़ी संख्या में यहां अर्थ देने आते हैं। इस साल घाट पर पहुंचने का मार्ग भी अच्छी है लेकिन साफ सफाई नहीं हो पाया है। बिस्फी प्रखंड विकास पदाधिकारी अहमर अब्दाली ने बताया कि छठ घाटों की साफ साफ सफाई एवं खतरनाक घाटों को चिन्हित की जा रही है।