मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों के अधिकांश वार्ड जलजमाव व बाढ़ से प्रभावित हैं। कई लोगों का घर क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं कई घर छोड़कर सड़क पर शरण लिए हुए हैं।
नदियों का जलस्तर स्थिर बनी हुई है। बाढ़ पीड़ितों को कोई राहत नहीं मिलने से बाढ़ प्रभावित लोगों का पीड़ा बरकरार है। बिस्फी प्रखंड के छछुआ, सिंघासो, चहुटा, रथौस, नवटोली, परसौनी मुसहरटोली, सहदेवा का सड़क संपर्क दो सप्ताह से बंद है। कई गांव टापू की तरफ नजर आ रही है। bisfi ko ghere hai baadh
वहीं सैकड़ों लोगों के घर में अभी भी बाढ़ का पानी जमा हुआ है। लोग भोजन पशू चारा दवा सहित कई बुनियादी सुविधा को लेकर परेशान हो रहे हैं। शनिवार की देर शाम बलहा पंचायत में एक नई नवेली दूल्हे दुल्हन की जोड़ी को नाव से पूरे परिवार के साथ बिदाई दी गई। दुल्हन का सामान को भी ग्रामीणों ने घर तक पहुंचाया। bisfi ko ghere hai baadh
एक तरफ महीनों से कोरोना महामारी,बेरोजगारी तो दूसरी तरफ बाढ़ का भयावह स्थिति ने लोगों को तबाह कर दिया। लोग महीनों से लॉकडाउन महामारी से जूझ रहे हैं। तो बाढ़ से त्राहिमाम की स्थिति बना हुआ है। किसान मजदूर माथे पर हाथ रख उदास बैठे हैं। चारों तरफ बाढ़ के पानी में पशु चारा की व्यवस्था करना कठिन हो गया है।bisfi ko ghere hai baadh
पहले से दो दर्जन से अघिक जर्जर सड़क जगह-जगह टूट जाने से आवागमन अभी तक ठप है। बाढ़ पीड़ित परिवार सरकार और प्रशासन से मदद मिलने को लेकर दो सप्ताह से टकटकी लगाए बैठे हैं। मधुबनी सांसद एवं बिस्फी विधायक के प्रति प्रति बाढ़ पीड़ितों में काफी आक्रोश भी देखा जा रहा है।
सड़क पर शरण लिए हुए रामविलास सहनी,श्याम पासवान,राम सुभाष राम,रामसखी देवी, पुरनी देवी ने बताया कि इतने बड़े-बड़े आपदाओं में अभी तक कोई राहत मुहैया नहीं कराया जाना आश्चर्य की बात है।bisfi ko ghere hai baadh