मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर सोमवार को यम द्वितीया अर्थात भइया दूज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान महिलाओं ने हरलाखी के इंडो नेपाल बोर्डर स्थित जमुनी नदी के पवित्र जल में स्नान की।
जहां लोगों का भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं इस अवसर पर बहनों ने सामा-चकेबा की प्रतिमाएं की जमकर खरीदारी की। इस दौरान बहनों ने स्नान करके सूर्यदेव को अर्घ्य देकर मां यमुना व उनके भाई यमराज से भाई को लंबी उम्र देने की कामना भी की। घर आकर भाई के पसंद का पकवान बनाया।
फिर उनकी बलाएं लेकर अपने हाथों से भोजन कराया। भाई ने बहन को उपहार देकर आशीर्वाद लिया। भाई को खिलाने के बाद बहनों ने जल ग्रहण की। ऐसी मान्यता है कि यम द्वितीया पर यमुना स्नान करके बहन भाई की बलाएं लेती हैं तब भाई को अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिल जाती है।
इसी कारण जमुनी नदी में स्नान करने को अहले सुबह से स्नानार्थियों की भीड़ जुटने लगी। वहीं भइया दूज का पर्व होने के कारण मिठाई की दुकान पर सुबह से भीड़ लग गई। बहनों ने भाई की पसंद की मिठाइयाँ खरिदी। जबकि भाइयों ने बाजार से कपड़े, गहने व अन्य उपहार लिए। इससे बाजारों में काफी चहल-पहल रही।
बॉर्डर सील के कारण कई बहनें हुई मायूस
इधर, हरलाखी में भारत नेपाल बोर्डर सील के कारण कई बहनें अपने भाई का घर या फिर भाई अपने बहनों के घर जाने से वंचित रह गए। विदित हो कि भारत नेपाल के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता सदियों से कायम है। चुंकी कोविड 19 के कारण करीब आठ महीने से इंडो नेपाल के बोर्डर सील है। जिस कारण भाई बहन के अटूट बंधन का यह त्योहार भैया दूज पर कई बहनें और भाई मायूस ही रह गए।