बेनीपट्टी, रिपोर्टर/देशज टाइम्स मधुबनी ब्यूरो। स्वास्थ्य उपकेन्द्र का वर्षों पूर्व निर्मित भवन के अतिजर्जरता के कारण सोहरौल गांव का उप स्वास्थ्य केन्द्र बंद पड़ा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि स्वास्थ्य उपकेन्द्र अंतिम बार कब खुला,कुछ याद नहीं है। उपकेन्द्र की हालत को देख ग्रामीणों की बात सही साबित कर रही है।
उपकेन्द्र पर मरीजों के लिए दवा होने के बजाय केन्द्र परिसर में कपड़ा सुखाने के लिए तार एवं केन्द्र के अंदर पशुचारा पसरा हुआ था। ये दीगर है कि उपकेन्द्र पर विभागीय सारे दिशा-निर्देश का बोर्ड लटका हुआ था। जिससे ये भवन अपने आपको स्वास्थ्य उपकेन्द्र साबित कर रहा था।
ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा की सुविधा स्थानीय स्तर पर प्रदान करने के लिए बेनीपट्टी प्रखंड में करीब 37 स्वास्थ्य उपकेन्द्र एवं चार अतरिक्त स्वास्थ्य उपकेन्द्र बनाए गए है। जिसमें माधोपुर के बृजहरि औषधालय,शिवनगर,अकौर एवं एकतारा में है। सूत्रों की माने तो बेनीपट्टी प्रखंड के अधिकांश स्वास्थ्य उपकेन्द्र अपने लक्ष्य से भटक गयी है।
इस संबंध में सोहरौल में कार्यरत एएनएम ने बताया कि उपकेन्द्र का भवन वर्षो से जर्जर है। बैठने के लायक भी नहीं रह गया है। छत से अक्सर प्लास्टर गिर रहा था। जिसके कारण उपकेन्द्र पर बैठने के बजाय पोषक क्षेत्र में घुम-घुमकर लोगों को दवा देने का काम करती है। एएनएम ने बताया कि विभाग के सारे निर्देश पोषक क्षेत्र में पालन कराया जा रहा है।
क्या कहते हैं प्रबंधक-
स्वास्थ्य प्रबंधक राजेश रंजन ने बताया कि स्थानीय कुछ समस्याओं एवं भवन के जर्जरता के कारण एएनएम उक्त केन्द्र पर नहीं रहकर बाहरी से ही घुमकर कार्य कर रही है। भवन निर्माण के बाद ही केन्द्र का संचालन संभव है।