मधुबनी,देशज टाइम्स ब्यूरो। आखिर कब तक नगर परिषद बारिश के समय नालों की सफाई (barish aane par nala safai) करती रहेगी। सफाई के नाम पर लाखों रुपया का बंदरबांट होता रहेगा। स्थानीय नगर परिषद का यह पुराना रिवाज रहा है।वह बरसात के शुरू हो जाने के बाद कैनाल की सफाई कराना शुरू करता है। बरसात से पहले नहीं।
बरसात के (barish aane par nala safai) समय नगर परिषद आंधी-तूफान की तरह सफाई व जल निकासी अभियान में जुटती है। दूसरी तरफ, गंदे कीचड़ को सड़कों पर फैला देना नप की पुरानी आदत रही है। इस कारण सड़कें पूरी तरह से प्रभावित हो जाती है।
शहर में लोगों को (barish aane par nala safai) गाड़ी तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। टेलीफोन के तारों को जेसीबी के जरिए इस तरह से काट दिया जाता है, टेलीफोन की लाइन भी पूरी तरह से प्रभावित हो जाती है।
इस संबंध में जब नप कार्यपालक पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने देशज टाइम्स को बताया, इस बार सफाई का कार्य एजेंसी को दी गई थी। एजेंसी की सुस्ती के कारण सफाई में देरी हुई है। नगर परिषद पूरी मुस्तैदी से जल निकासी का कार्य कर रहा है। जल्द ही पानी निकासी और कीचड़ शहर से दूर कर ली (barish aane par nala safai) जाएगी।