मधुबनी। नगर परिषद मधुबनी के कार्यालय से पीएम शहरी आवास योजना की मुख्य संचिका गायब हो गयी है। इसका खुलासा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी की ओर से आवासा योजना में बरती गयी अनियमितता के संबंध में डीडीसी को भेजे गए जांच प्रतिवेदन से हुआ।
डीडीसी को 19 फरवरी 2021,पत्रांक-94 के माध्यम से भेजी गयी जांच प्रतिवेदन में कहा गया है कि नोडल पदाधिकारी नीरज कुमार झा एवं नगर प्रबंधक अनील कुमार झा द्वारा आवासा योजना में बरती गयी अनियमितता की जांच करायर गयी। इसमें पाया गया कि तत्कालीन कार्यपालक पदाधिकारी जटाषंकर झा द्वारा आवास संबंधित सभी संचिकाओं एवं भाउचरों पर डीपीआर तथा गैर डीपीआर संचिकाओं पर कार्यपालक पदाधिकारी का हस्ताक्षर है। तथा भुगतान अवधि के व्यय एवं निरसन पदाधिकारी (डीडीए) जटाशंकर झा ही थे, जबकि कनीय अभियंता कुमर कांत झा एवं कनीय अभियंता ज्योतिष्वर षिवम जिन्हे आवास योजना में विभिन्न स्तरों पर निर्माणाधीन भवन के जिओ-टेक करवाने एवं प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
प्रधान सहायक शंकर कुमार झा 31 जनवरी 2019 में दिए गए अंतिम आवंटन के समय प्रधान सहायक थे। डीपीआर की मूल प्रति पर इनका हस्ताक्षर पाए गए हैं। तथा जांच प्रतिवेदन में उल्लेख किया गया है कि सबके लिए आवास योजना की मुख्य संचिका कार्यालय से गायब है। वहीं शहरी आवास योजना में उस समय पवन कुमार आवास सहायक थे। तथा डीपीआर आवेदकों की संचिकाए कार्यादेष एवं बैंकों को भेजे गए भाउचरों में इनके हस्ताक्षर पाए गए हैं।
वहीं नगर परिषद के अमीन विनोद कुमार सिंह की ओर से बिना स्वीकृति वाले संचिकाओं की जांच प्रपत्र पर हस्ताक्षर पाए गए हैं। बताते चलेंकि जांच प्रतिवेदन के बाद नगर परिषद में खलबली मची हुई है। प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए अनियमितता में कई अन्य अधिकारी एवं कर्मियों के साथ-साथ बिचैलियों की संलिप्ता सामने आएगी। तथा नगर वासियों को इंतेजार है कि जांच प्रतिवेदन के आधार पर वरीय अधिकारी कबतक कार्रवाई करते हैं।