नई दिल्ली, देशज न्यूज। बिहार विधानसभा (Bihar assembly) सत्र का आज अंतिम दिन था। जिसकी शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा से होनी थी लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच निजी हमले होने लगे। इन हमलों में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव मुख्य रूप से शामिल रहे।
दोनों शीर्ष नेताओं के बीच गहमा-गहमी बनी रही, दोनों नेताओं ने एक-दूसरे पर कई आरोप लगाए। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर अजीब आरोप लगा दिया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बेटी पैदा होने के डर से नीतीश कुमार ने दूसरा बच्चा पैदा नहीं किया। तेजस्वी यादव के इतना कहने के बाद सत्ता पक्ष के विधायकों ने जोरदार हंगामा कर दिया।
इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार हत्या के मामले में भी आरोपी हैं। इतना ही नहीं, तेजस्वी यादव ने कॉपी राइट उल्लंघन के एक मामले में 25 हजार रुपये जुर्माना भरने का भी आरोप लगाया था। साथ ही, तेजस्वी ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है कि वह 1991 में हुई एक हत्या में शामिल हैं। जिसके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आग बबूला होते हुए तेजस्वी को सुनाया है। उन्होंने कहा है कि भाई समान दोस्त का बेटा है इसलिए सुनता रहता हूं।
नीतीश कुमार ने तेजस्वी पर भड़कते हुए कहा है कि जो बात ये बोल रहा है उसकी जांच होनी चाहिए और इसके खिलाफ कार्रवाई होगी। ये झूठ बोल रहा है। मेरे भाई समान दोस्त का बेटा है, इसीलिए मैं सुनता रहता हूं। इसके पिता को विधायक दल का नेता किसने बनाया था क्या उसको पता है? इसको उपमुख्यमंत्री किसने बनाया था इसको पता है ? इसके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लगा तो हमने उससे कहा कि जवाब दो, मगर जब जवाब नहीं दिया तो हम अलग हो गए। हम कुछ नहीं बोलते हैं। तेजस्वी पर चार्जशीट है। 2017 में क्यों नहीं स्थिति स्पष्ट किया था ?