जमीन में गाड़ा गया लापता कृषि पदाधिकारी का शव बरामद
पटना, देशज न्यूज मसौढ़ी के प्रखंड कृषि पदाधिकारी अजय कुमार का रविवार को गौरीचक थाना के साहेब नगर में मोरहर नदी के किनारे मिला है। पिछले 18 जनवरी से वे गायब थे। शव (Killing of Block Agricultural Officer of Draft, missing for 7 days, dead body thrown on the banks of Punpun River) बरामद होने की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस के साथ पटना के वरीय पुलिस पदाधिकारी वहां पहुंचे।
मतलब साफ है कि सुबह 7 बजे घर से निकलने के बाद वो अपनी ड्यूटी के लिए मसौढ़ी गए थे। बाद में न तो वो वापस लौटे और न ही किसी का कॉल रिसीव किया। इस कारण अपहरण की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही थी।
पुलिस ने पिछले छह दिनों से लापता मसौढ़ी के कृषि पदाधिकारी का शव गौरीचक के साहब नगर में दरधा नदी के किनारे से रविवार को बरामद कर लिया। अपराधियों ने कृषि पदाधिकारी अजय कुमार की हत्या कर लाश जमीन में गाड़ दी थी। अजय मूलरूप से लखीसराय के बड़हिया के रहने वाले थे। लापता कृषि पदाधिकारी के परिजनों ने अपहरण की आशंका जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। सूचना मिलने पर पटना के सिटी एसपी ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पटना पुलिस ने गौरीचक थाना क्षेत्र के साहब नगर के पास दरधा नदी किनारे जमीन में गाड़ी हुई एक लाश बरामद की है। शव की शिनाख्त छह दिनों से लापता मसौढ़ी के कृषि पदाधिकारी अजय कुमार के रूप में की गई है। पुलिस ने मामले में गोलू नामक एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक गोलू का काफी पैसा अजय कुमार पर बकाया था। इसकी वजह से कृषि पदाधिकारी को किडनैप कर उसने मार डाला ।
परिजनों ने दर्ज कराया था अपहरण का केस
मसौढ़ी के कृषि पदाधिकारी अजय कुमार की पत्नी पूनम सिंह ने पुलिस से शिकायत में कहा था कि उनके पति की तैनाती मसौढ़ी में है और वह अपने परिवार के साथ पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र स्थित बुद्ध नगर रोड नंबर-2, दक्षिणी चांदमारी रोड में रहती है। कुछ दिन पहले उनके पति अजय कुमार सिंह कोरोना संक्रमित हो गये थे। जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वह विगत सोमवार को पहली बार अपने ऑफिस जा रहे थे। सुबह करीब साढ़े सात बजे वह घर से निकले लेकिन ऑफिस नहीं पहुंचे और न ही देर तक घर लौटे। उसने पुलिस से कहा कि अक्सर उनके पति ट्रेन पकड़कर मसौढ़ी जाते थे। पत्नी के मुताबिक घटना के दिन से ही उनका मोबाइल भी बंद था। पुलिस जांच में मोबाइल की आखिरी लोकेशन मसौढ़ी प्रखंड से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित शर्मा गांव में मिली थी लेकिन पुलिस उन्हें जीवित तलाश करने में विफल रही।