दरभंगा, देशज टाइम्स। झारखंड सरकार के पूर्व श्रम अधीक्षक व वरिष्ठ हिंदी-मैथिली के स्तंभ, साहित्यक पुरोधा, युवा हसमुंख चेहरा पंचानन मिश्र का बुधवार को कोरोना से निधन हो गया। पिछले पंद्रह दिनों से वह बीमार चल रहे थे। कोरोना ने हम सबसे एक पुरोधा को छीन लिया। डीएमसीएच में इलाजरत पंचानन मिश्र का यूं जाना किसी सदमे से कम नहीं या यूं कहें, सदमे संपूर्ण मिथिला, मैथिल समाज व खासकर दरभंगा हसन चौक स्थित लालबाग मोहल्ला आज उदास पडा़ है।
पंचानन मिश्र के बारे में देशज टाइम्स से वरिष्ठ स्तंभकार, साहित्य विमर्शी हितनाथ झा ने बातचीत करते जो हमें बताया, यह उनका संपूर्ण व्यक्तित्व को स्वभाविक तौर पर आपके समक्ष रख देगा। इन्हीं श्री झा के शब्दों के साथ देशज टाइम्स की ओर से पंचानन मिश्र को भावभीनी श्रद्धाजंलि….
नाम : श्री पंचानन मिश्र
पिता : आचार्य गंगाधर मिश्र
जन्म तिथि : 01.04.1952
मृत्यु : 26.08.2020 (दरभंगा)
अध्यवसाय: पूर्व श्रम अधीक्षक ,झारखंड सरकार ।
लेखकीय योगदान: —
मैथिलीमे मिथिलासँसम्बन्धितपुरातात्विक ,इतिहासपरक ,सामाजिक ,सांस्कृतिक , आर्थिक ,भौगोलिक, संरचनात्मक , सामयिक तथ्यात्मक आलेख एवं मैथिलीक भाषायी आन्दोलन विषयक आलेख सङ्ग साक्षात्कार परिचर्चा ,रिपोर्ताज , हास्य-व्यंग्य , संस्मरण ,समीक्षा ,लघुकथा ओ साहित्यकार(संस्मरणक सङ्ग अवदान) विषयक रचना ।
पत्र-पत्रिकामे रचना प्रकाशित :–
मिथिला मिहिर ,(पहिल प्रकाशित रचना 1969 ) करणामृत ,कुशलक्षेम, लोकवेद ,माटि-पानि, भारती , पुरवोत्तर मैथिल ,वैदेही , मिथिला टाइम्स ,जानकी ,प्रवासक भेँट ,मैथिली साहित्य परिषद पत्रिका ,आकांक्षा ,भाखा ,पुष्पांजलि ,समय साल , आइ-काल्हि ,रचना ,मैथिली दर्शन ,आंकुर ,बागमती दामोदर टाइम्स ,श्री मिथिला ,सीताक बेटी ,हिलकोर ,कचोट ,मैथिली समाचार ,मिथिला दर्शन आदिक अतिरिक्त अनेको संस्थाक स्मारिकामे करीब 500 रचना प्रकाशित ।
हिन्दीमे मिथिला ओ मैथिली विषयक आलेख आर्यावर्त ,पाटलिपुत्र टाइम्स ,बनमनखी टाइम्स आदिमे प्रकाशित ।
क्षद्मनामसँ रचना :–
अभिनव ,प्रतीक ,संगीता वर्मा ,आयुजानन्द ।
पोथी जाहिमे रचना प्रकाशित :–
01 मैथिली साहित्यक रेखांकन : सं. श्री हितनाथ झा एवं चन्देश्वर कर्ण
02 मैथिली पत्रकारिता :दशा ओ दिशा :सं. श्री शरदिंदु चौधरी
03 कवीश्वर चन्दा झा :स. श्री रामलोचन ठाकुर
04 जयकान्त जयंतिका: सं . पंडित गोविन्द झा
05 डॉक्टर जयकान्त मिश्र स्मृति ग्रन्थ : सं . श्री रामलोचन ठाकुर
06 विनिबंध : सं. डॉक्टर जय कान्त मिश्र (सा. अ.) आदि ।
सम्पादन (पत्रिका ,स्मारिका) :–
बागमती दामोदर टाइम्स 1993 (मासिक 10 अंक , हज़ारीबागसँ) बादमे (त्रैमासिक 09 अंक दिल्लीसँ )
स्मारिका : मिथिला मंडल ,झुमरीतिलैया 1989,1990 ,2001 ईस्वी ।
ऋषिसन्देश : अभिनव मिश्रक क्षद्मनामसँ ।
अद्यावधि प्रकाशित/प्रकाशनाधीन (प्रेसमे) पुस्तक :–
(मूल आ सम्पादन)
मैथिली -हिन्दी -अंग्रेजी
01 मैथिल समाज
02ओ लोकिनि
03अभिप्राय
04 ब्रजमोहन ठाकुर
05 जयकान्त मिश्र
06 लोक विमर्श
07 महाकुंभ
08 स्मृति कुंज
09 म.म उमेश मिश्र अभिभाषण समग्र
10 डॉ0 उमेश मिश्र रचना संचयन
11मैथिली लगनी
12 कोसी गीत स.ब्रजेश्वर मल्लिक
(प्रस्तुत कर्ता )
13मैथिली नदी गीत संचयन
14प्रभास कुमार चौधरी
15प0 गंगाधर मिश्र सारस्वत साधना
16 नमामि गंगे
17दलित मैथिली कथा संचयन
18मिथिलाक संस्कार गीत
19 डॉ0 अमरनाथ झाक डायरी
20डॉ जयकांत मिश्रक साक्षात्कार
21मैथिली साहित्य का दिग्दर्शन
22बिहार गाता है (प्रस्तुत कर्ता)
23Jaykant Mishra selected writings on Maithili Literature
24MM Dr Umesh Mishra Selected writings on Mithila & Maithili
25 विश्व-विभूति डॉ. अमरनाथ झा
(आदि .अनेको पांडुलिपि )
सलाहकार समितिक सदस्य ,साहित्य अकादेमी ,नई दिल्ली ( 2008 -2012 )
त्रिवेणी कान्त ठाकुर मेमोरियल ट्रस्ट ,हज़ारीबाग
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(प्रशस्ति पत्रक अंश)
श्री पंचानन मिश्र ..(त्रिवेणी कान्त ठाकुर साहित्य पुरस्कार -2018)
मैथिलीक प्रति अनवरत चिन्तन , लेखन ,सम्पादन ,संगठन एवं जागरण – ई पाँचों क्षेत्र मैथिलीक पांच टा मुँह थिक जाहिसँ पाँचो प्रकारक वाणी गुंजित होइत रहैत अछि । से, जतय एके व्यक्तिक मुँहसँ एहि पाँचो स्वरक मिश्रण बहराइत हो , तनिक जँ किछु आनो नाम रहितनि ,तैयो मैथिल समाजमे पंचानन मिश्रेक नामसँ जानल जैतथि ।
#साभार हितनाथ झा