मनोरंजन, देशज टाइम्स ब्यूरो। दरभंगा शहरी विधानसभा अखाड़ा बन गया है। यहां दो दिग्गज आपस में भिड़ेंगे। एक दिग्गज की टिकट कट गई। अब वहां से उसी कोण से प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू है।
यह प्रेशर पॉलिटिक्स चुनाव के वक्त थोड़ा ज्यादा ही मुखर हो जाती है, यह बिहार की रग-रग में है। यहां की मिट्टी में रचा-बसा है। यहां जन्म के साथ अगर कोई शिक्षा बच्चों को मिलती है तो वह है तिकड़म, और जो राजनीति करेंगे उनमें तिकड़मबाजी तो कूट-कूट कर भरी ही मिलती है।
ताजा मामला, सीधे राजद से जुड़ा है। राजद ही नहीं भाजपा-जदयू हर दल दरभंगा के दस विधानसभा सीटों पर कुछेक को छोड़कर उम्मीदवारों को बदल रहे हैं या बदल चुके हैं। मगर, दरभंगा शहरी विधानसभा सीट पर परंपरागत भाजपा के संजय सरावगी हैं तो वहीं, इसबार ओमप्रकाश खेड़िया सामने नहीं हैं। उनके बदले हायाघाट के पुराने विधायक अमरनाथ गामी को राजद ने लालटेन जलाने के लिए उतारा है।पिछली दफा खेड़िया बेहद कम अंतरों से हारे थे, लिहाजा उन्हें उम्मीद थी, पार्टी उन्हें इसबार किस्मत के अखाड़े में उतारेगी मगर ऐसा हो ना सका। उन्हें टिकट नहीं मिली, यह सभी जानते हैं। ऐसे में उसी दिन से, खेड़िया ग्रुप का प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू हो गया। यह वही खेड़िया हैं और यह वहीं भाजपा के धुरंधर हैं जो नगर निगम चुनाव में बूथ पर ही आपसी प्रेम का बखूबी इजहार कर चुके हैं वह भी सार्वजनिक। उस शोले की कहानी आज भी है मगर जय-वीरू और गब्बर बदल गए हैं। इसबार गब्बर भाजपाई नहीं बल्कि खुद अपने पार्टी के अधिकृत हैं जिन्हें पार्टी ने सिंबल सौंपा है। मगर, सं….जय के वीरू इसबार खुद खेड़िया बनेंगे ऐसा संकेत पहले ही दिन से दिखने लगा है जब वर्तमान विधायक के एक समर्थक के फेसबुक पर समर्थन का टैग दिखा।
अब वह पढ़िए जो आपको पढ़ना जरूरी है, यह रिलीज इसकी एक पंक्ति में ही छुपा है..
दरभंगा के पूर्व महापौर व राजद के वरिष्ठ नेता ओमप्रकाश खेड़िया को दरभंगा शहरी विधानसभा से टिकट नहीं दिए जाने से राजद के कार्यकर्ता खासे नाराज हैं । रविवार से पूरे दिन राजद नेता ओमप्रकाश खेड़िया के घर पार्टी कार्कर्ताओं के आने का सिलसिला जारी रहा। पार्टी कार्यकर्ताओं ने राजद आलाकमान के इस फैसले के प्रति अपनी नाराजगी दर्ज करते कहा, श्री खेड़िया पिछले पैंतीस वर्षों से राजद के समर्पित कार्यकर्ता रहें हैं।
ऐनवक्त पर पार्टी का टिकट बाहर से आकर पार्टी में आनेवाले उम्मीदवार को दिया जाना सामान्य कार्यकर्ताओं के मनोबल को तोड़ने वाला निर्णय हैं । पार्टी कार्यकर्ताओं ने श्री खेड़िया को भरोसा दिलाया,हम सभी आपके सभी निर्णयों के साथ हैं। श्री खेड़िया ने भी पार्टी कार्यकर्ताओं के इस आत्मीय सहानुभुति को आत्मसात करते उनलोगों से कहा, आपलोगों का मेरे प्रति यही स्नेह मेरा असली टिकट है।
शीघ्र ही मैं अपने निर्णय से आपलोगों को अवगत कराउंगा। उन्होंने कहा, मैंने शुरु से ही दरभंगावासियों की सेवा की है और आगे भी करता रहूंगा । श्री खेड़िया से आकर मिलने वालों में नगर अध्यक्ष वरुण महतो , नारद जी , १-४७ वार्ड अध्यक्ष ,महासचिव , पंचायत अध्यक्ष व भी राजद के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
ऐसे में सवाल जब देशज टाइम्स ने पूछा…
देशज टाइम्स ने श्री खेड़िया से पूछा क्या आप निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। इस पर श्री खेड़िया ने कोई जवाब नहीं दिया….। ऐसे में, सवाल अनेक हैं। सवाल कई पूछे जाएंगें। मगर…?