दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। दरभंगा नगर निगम की राजनीतिक उफान तेज बारिश की तरह झमाझम हो रही है। लगातार मेयर बैजंती खेड़िया पर आक्रमण का दौर जारी है। ताजा मामला महिला पार्षदों का है। महिला पार्षदों मधुबाला सिन्हा, सुचित्रा रानी, जीनत प्रवीण व
निशा कुमारी ने मेयर पर दरभंगा के साथ स्वच्छता के नाम पर खिलवाड़ करने की बात कही है।
कहा है, नगर निगम वर्तमान बोर्ड के चौथे वर्ष में चार पायदान नीचे गिरकर सबसे ज्यादा कार्यकाल में चौथे नंबर पर रहने वाली मेयर वैजयंती खेड़िया के नेतृत्व में स्वच्छता में चौथे क्रम से आठवें नम्बर पर पहुंच गया है। इन चार वर्षों में चार प्रमुख घोटाला हुए हैं। इसमें डीज़ल घोटाला, शौचालय बंदोबस्ती घोटाला, संविदा कर्मी नियुक्ति घोटाला व चौथे वर्ष में बाढ़ राहत राशि घोटाला में अपने आवास पर नियुक्त एक कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी लेने से लेकर डीज़ल घोटाला में एक ड्राइवर की नौकरी की बलि देने के लिए ही मेयर बैजंती खेड़िया का कार्यकाल याद रखा जाएगा।
पार्षदों ने कहा है, खेड़िया लोकतंत्र में अकेली नेत्री हैं जो समान विचार वाले लोगों से गठबंधन की जगह धनबंधन के तहत कुर्सी पर काबिज हैं। इसमें राजद, भाजपा, कांग्रेस, जदयू, वामपंथी विचार के पार्षद शामिल हैं।swachta me darbhanga
पार्षदों का कहना है,आमतौर पर बिहार में नगरपालिका चुनाव में किसी राजनीतिक पार्टी के बैनर, सिंबल, झंडा के बिना चुनाव होता है, जिसमें समाज के विभिन्न विचारधारा के लोग गैर राजनीतिक स्थिति के तहत भाग लेते हैं, भले वे किसी भी राजनीतिक पार्टी से व्यक्तिगत रूप से जुड़े हों।
लेकिन दरभंगा नगर निगम की वर्तमान मेयर गठबंधन की जगह धनबंधन करने में महारत हासिल है। ये पद पर राजद की मेयर हो जाती हैं और अपने एक कद्दावर राजद नेता के निगम पर बकाया लाखों रुपए के फ़ाइल पर कुंडली मार बैठ जाती है।
वहीं,पार्षदों ने कहा, अविश्वास प्रस्ताव लगने पर राजद पार्षदों को पार्टी की प्रतिष्ठा से जोड़ समर्थन मांगती है। पार्षद की संख्या घटने पर अपने आवास पर जदयू ,भाजपा, कांग्रेस, वामपंथी के साथ राजद के पार्षदों को सामूहिक भोज देकर धनबंधन के तहत 24 आंकड़ें की रहम मांगती है।
इस क्रम में अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करनेवाले राजद से संबंध रखनेवाले पार्षद इशरत जहां, मुन्नी देवी, अजय महतो के मुद्दे पर निगम राजनीति को निर्दलीय बताती है।विरोध करनेवाले अल्पसंख्यक पार्षदों के हस्ताक्षर के सवाल पर समर्थकों के समक्ष कौम की दुहाई देती है।
मेयर पर आक्रामक पार्षदों ने कहा, कुर्सी खतरे में देख जदयू के बड़े कद्दावर नेता उप महापौर बदरूज़मा खान से भी समर्थन मांगने से नही चूकती। चार वर्ष में चार घोटाला की सरताज मेयर के धनबंधन की चाल में चौकड़ी चल रही है।
स्वच्छता क्रम में चार की संख्या से चार कदम नीचे गिर आठ नंबर पर पहुंच चुकी दरभंगा नगर निगम की चार लाख जनता कोस रही अपनी किस्मत और दो- र बराबर चौबीस का खेल खेलनेवाले अपने पार्षदों को, जो धनबंधन के लालच में अविश्वास प्रस्ताव में भाग लेने की बजाए मेयर की चाल चौकड़ी में पर कर अविश्वास प्रस्ताव में अनुपस्थिति रहने का बहाना अभी से ढूंढ़ रहे हैं। लेकिन जनता इनकी चाल, चालाकी व चार वर्ष की इनकी चालबाज़ी को समझ रही है, जिसका जवाब वक़्त आने पर देगी। swachta me darbhanga