सिंहवाड़ा, देशज टाइम्स ब्यूरो। ऐसी शादी सिंहवाड़ा ने पहले नहीं देखी। यह अनोखी शादी थी। पहले दुल्हन नाबालिग ठहरी मामला फंसा तो बालिग हो गई और फिर शहनाई बजाई गई। दरअसल हुआ यूं, इसमे प्रशासन को भी हस्तक्षेप करना पड़ा। बाद में प्रशासन से अनुमति के बाद फेरे लगे और शादी के मंगलगीत गूंजे और बारातियों का स्वागत मिठाई के साथ हुई।
जानकारी के अनुसार, सनहपुर गांव में लड़की वाले के घर बारात आ गई। तब तक बीडीओ सिद्धार्थ कुमार, सिंहवाड़ा थानाध्यक्ष अमित कुमार, मुखिया अमृत कुमार चौरसिया के साथ चाइल्ड लाइन के लोग भी पहुंच गए।
विवाह के लिए बने पंडाल, भोजन, मड़वा की शोभा देखकर सभी हतप्रभ थे यही सोचा जा रहा था आगे होगा क्या मगर शादी हुई। कैसे यह जानिए। लड़की के बालिग व नाबालिक होने के संबंध में जन्म प्रमाण पत्रों की जांच की जाने लगी। पहले जानकारी यह थी, दुल्हन सनहपुर माध्यमिक विद्यालय में नौंवी कक्षा की छात्रा है।
चाइल्ड लाइन की टीम जांच में जुटी रही। बात में सनहपुर हाई स्कूल से लड़की की जन्म तिथि 8 जुलाई 2004 मालूम पड़ने पर मामला दरभंगा प्रशासन के पास पहुंच गया फिर थानाध्यक्ष, बीडीओ सहित कई अधिकारी हरकत में आए। लड़की वाले ने नगर निगम दरभंगा की 18 जून 20 को निर्गत प्रमाण पत्र पेश किया।
इसके अनुसार लड़की की जन्म तिथि 7 जून 2001 है। दोनों जन्म प्रमाण पत्र में अंतर देख लड़की का आधार कार्ड देखा गया। इसमें भी जन्मतिथि 2001 अंकित है। जांच चल ही रही थी इसी बीच बरात के पहुंचने से मामला गरमा गया। अधिकारियों ने जैसे तैसे लड़की के बालिग होने की बात कहकर शादी की अनुमति दी। फिर शहनाई बजी मंगलगान गाए गए और धूमधाम से शादी हुई। मगर विवाद अभी भी कायम है। मामला आधार कार्ड व अन्य कागजात में छेड़छाड़ में फंसा है।