सिंहवाड़ा,देशज टाइम्स ब्यूरो। हम ऐसे सम्मानित शिक्षक का अचानक कोरोना से मौत से मर्माहत हैं। उम्मीद करते हैं यह खबर आपतक पहले भी पहुंची होगी लेकिन हमें इंतजार था शव के पटना से पहुंचने का। कारण, दरभंगा में इन दिनों कोरोना से मौत के बाद शव के साथ जिस तरीके अंत्येष्टि में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश होती है इसपर दरभंगा जिला प्रशासन ने भी गंभीरता से संज्ञान लिया। लेकिन सिंहवाड़ा में इंसानियत बची हुई है इसका प्रमाण यशस्वी, कर्मयोगी शिक्षक के इस आकस्मिक देहांत के बाद दिखा। अधिकारी स्वयं दाह संस्कार स्थल पहुंचे वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मौजूद थी।
जानकारी के अनुसार, पटना एम्स में भर्ती कोरोना संक्रमित सिंहवाड़ा दक्षिणी पंचायत के मिर्जापुर जगनी निवासी 65 वर्षीय सेवानिवृत्त शिक्षक की मौत दो जुलाई की शाम अस्पताल में ही हो गई। जैसे ही उनके निधन की सूचना सिंहवाड़ा सीएचसी व पुलिस व प्रखंड प्रशासन को मिली अधिकारियों ने उनके पैतृक गांव में शव का दाह संस्कार के लिए चयनित किए गए जगह का निरीक्षण करने एमओआईसी डॉ प्रेमचंद प्रसाद, बीडीओ सिद्धार्थ कुमार, सीओ सुशील कुमार उपाध्याय, सिंहवाड़ा थानाध्यक्ष अमित कुमार,सिमरी थानाध्यक्ष हरिकिशोर यादव व स्थानीय मुखिया सुधीरकांत मिश्र,रामपुरा के पूर्व मुखिया सुधीर चौधरी समेत अन्य पहुंचे। हालांकि शुक्रवार को उनका शव गांव नही पहुंच सका।
शनिवार की अहले सुबह शव पहुंचने पर रिमझिम बारिश के दौरान एमओआईसी की निगरानी में पीपीई किट पहनकर चार लोगों ने शव का दाह संस्कार कर दिया। इस मौके पर लोगों के आंसु थम नहीं रहे थे। अचानक गुरु के जाने से लोग बेहद भावुक हो उठे। इनकी गणित में अच्छी पकड़ थी। इनके छात्र इस घटना से उदास हैं।