सिंहवाड़ा, देशज टाइम्स ब्यूरो। पूरे इलाके पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बागमती नदी की उपधारा अरई धार नदी के उफान पर होने से जलस्तर में काफी इजाफा हो रहा है। इससे अतरबेल-बिशनपुर पथ पर पिछले वर्ष बाढ़ के दौरान हुए कटाव स्थल पर पानी का रिसाव शुरू हो गया है।
जानकारी के अनुसार, जलस्तर बढ़ने से नदी के जल क्षेत्र में पानी का स्तर बढ़ने लगा है। इससे अरई, सढ़वाड़ा, बरहुलिया, सिमरी के चमनपुर व सिंहवाड़ा दक्षिणी पंचायत के पश्चिमी भाग में खेतों में बाढ़ (baagmati ke ufnaney se singhwara ke gaao tak pahucha baadh) का पानी लबालब हो गया है।
अतरबेल बिशनपुर पथ पर बिरदीपुर त्रिमुहानी के निकट पिछले वर्ष आई बाढ़ के दौरान हुए कटाव स्थल के पास पानी का रिसाव शुरू हो गया है।
ग्रामीणों ने देशज टाइम्स को बताया, 2019 में आई बाढ़ के दौरान इस सड़क पर करीब पचास मीटर की दूरी में सड़क पानी में बह गई थी। ह्यूम पाइप लगाने के दौरान ग्रामीणों के विरोध पर ह्यूम पाइप की जगह बाद में उस जगह को ईंट डालकर भर दिया गया था।
ग्रामीणों का कहना है, आनन-फानन में ईंट भरकर विभाग ने अपना () पल्ला झाड़ लिया। मानक के अनुरूप कार्य नहीं होने के कारण इस वर्ष फिर से उस जगह पर रिसाव शुरू हो गया है। ग्रामीणों को आशंका है कि जलस्तर बढ़ते ही सड़क फिर से बह जाएगी।