सिंहवाड़ा, देशज टाइम्स ब्यूरो। हमारी शिकायत व्यवस्था है। हमारी शिकायत पंचायत के रहनुमाओं से है। हमारी शिकायत उस सिस्टम से है जिसके बूते रास्ते से पानी हटाने की कहीं कोई योजना, कहीं कोई उम्मीद, कहीं कोई उपाय खोजने की कोशिश तक नहीं हो रही। कहने पर, गाली-गलौच होता है। मारपीट की नौबत आती है।
और, इस सबके बीच लोग दिन-रात इस पानी से लबालब रास्ते से जेठ-बैसाख की भीषण तपती धूप के बीच पानी से होकर बीच सड़क से गुजरते हैं। वह भी तब जब पानी से भरे रास्ते के उसपार सिंहवाड़ा प्रखंड का सबसे बड़ा और नामी अस्पताल मौजूद है, जहां पूरे प्रखंड से मरीज रात-दिन पहुंचते हैं।
मगर, प्रशासन गूंगा। जनप्रतिनिध बहरे, व्यवस्था लड़ंगी पड़ी है। कोई सुनने वाला नहीं है। कोई समझने-देखने वाला नहीं है। मामला सिंहवाड़ा दक्षिणी के लालपुर चौक से जुड़े अस्पताल रोड का है। यह वही रोड है, जहां से होकर लोग बसवारी, बुधकारा, पैगंबरपुर, चिचरी, पहसौल, ठकनिया तक को जाते हैं। यानी, दरभंगा और मुजफ्फरपुर के कुछ हिस्से भी इस महती सड़क से जुड़े हैं। मगर, इसे देखने वाला कोई नहीं है। करीब लाख लोगों की आबादी इससे प्रभावित है।
मगर, सड़क पर बहता पानी विधायक से लेकर आम जनप्रतिनिधियों के लिए किसी परेशानी का सबब नहीं है। जबकि, इस सडृक से गुजरने वाले स्वंय जनप्रतिनिधि भी हैं जिन्हें इस पानी, बदबूदार सड़न के बीच से गुजरने में कतई कोई परहेज नहीं है। रामकुमार मंडल, लाल बाबू पांडेय, केशव पांडेय ने देशज टाइम्स को बताया, पिछले छह महीनें से यहां पानी का सैलाब बह रहा है। मगर इसे देखने वाला कोई नहीं है। सड़क पर नाली की समुचित व्यवस्था नहीं होने से पानी लगातार यहां बह रहा है। बदबू मारता है। बीमारी फैलने की आशंका बनी रहती है।
वहीं, रवि कुमार पांडेय ने देशज टाइम्स को बताया, हर दिन यहां मारपीट की नौबत रहती है। पानी से होकर लोगों को आने-जाने से काफी परेशानी हो रही है। ग्रामीण लगातार इसकी शिकायत स्थानीय जनप्रतिनिधियों से करके थक चुके हैं। कोई सुनने वाला नहीं है। दोनों तरफ नाली का हिस्सा ऊंचा है। जहां आदमी रहता है वहां नीचा है।
एक तरफ पंचायत के एक जनप्रतिनिधि का घर है, जहां नाली ऊंचा है वहीं, बिहार सरकार की निजी जमीन में ऊंचा नाली है। वहीं आम लोगों के आगे नीचा है। इससे अस्पताल जाने के दौरान मरीजों को काफी दिक्कतें आ रही हैं। प्रत्येक दिन घरों का गंदा पानी बहकर रास्ते में आकर अटक जाता है जिससे काफी परेशानी हो रही है।