सिंहवाड़ा, देशज टाइम्स ब्यूरो। भरहुल्ली गांव में करंट से एक बालक की मौत मंगलवार को हो गई। वहीं, दो अन्य बच्चे बुरी तरह झुलस गए हैं। दोनों का इलाज स्थानीय स्तर पर चला जहां हालत बिगड़ते देख डीएमसीएच भेजा गया है। घटना मध्य विद्यालय परिसर में घटी है। यहां विद्युत करंट लगने से गांव के विश्वमोहन सहनी के दस वर्षीय पुत्र आशीष कुमार की मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
वहीं, आशीष की तीन वर्षीय बहन अर्चना कुमारी व चचेरा भाई मोहन सहनी के चार वर्षीय पुत्र शुभम कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इसके खिलाफ ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों का कहना था, यहां इसी स्कूल (singhwara bharully school) में क्वरंटाइन सेंटर बनाया गया था जहां जैसे-तैसे बिजली तार को लटका दिया गया था आशीष उसी नंगे तार की चपेट में आ गया।
जानकारी के अनुसार, घटना के तत्काल बाद तीनों बच्चों को तत्काल डीएमसीएच ले जाया गया जहां जहां चिकित्सक ने आशीष को मृत घोषित कर दिया। वहीं, दो बच्चों का उपचार किया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों ने देशज टाइम्स को बताया, उक्त मध्य विद्यालय के खुले हुए परिसर में बच्चे खेल रहे थे।
कुछ बच्चे विद्यालय के एक कमरे में जाकर खेलने लगे। उस कमरे का दरवाजा टूटा हुआ था। इससे बच्चे आराम से कमरे में खेलने लगे। इसी दौरान कमरे में खिड़की के पास ऊपर से लटकता हुआ बिजली तार की चपेट में आशीष आ गया। उसके जोर से चिल्लाने पर पास में ही खेल रहे अन्य दोनों बच्चे उसे पकड़ लिया। (singhwara bharully school) इससे तीनों बच्चे करंट की चपेट में आ गए।
बच्चों की चीख सुनकर उनकी दादी भुल्लर देवी घटनास्थल पर पहुंचकर लकड़ी से बच्चों को बिजली के तार से छुड़ाया। इस दौरान आशीष की दादी को भी बिजली का झटका लगा। किसी तरह बिजली के तार को अलग कर दो बच्चे को तो बचा लिया, लेकिन एक की दर्दनाक मौत घटनास्थल पर हो गई।
आक्रोशित ग्रामीणों ने (singhwara bharully school) बिजली विभाग व विद्यालय की व्यवस्था के खिलाफ हंगामा खड़ा कर दिया। ग्रामीणों का कहना था विद्यालय में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था। उस समय सभी कमरों में विद्युत आपूर्ति करने के लिए जैसे-तैसे तार लगा दिए गए थे। इसमें से लटके हुए इस तार में करंट प्रवाहित हो रहा था।
बिजली विभाग के स्थानीय मानव बल रंजीत पासवान ने देशज टाइम्स को बताया, स्कूल प्रशासन की ओर से (singhwara bharully school) स्कूल परिसर में स्थित दुर्गा मंदिर से अवैध रूप से तार खींचकर स्कूल में बिजली का उपयोग किया जा रहा था। घटना की सूचना मिलते ही तार को काट कर हटा दिया गया है।