जाले,देशज टाइम्स ब्यूरो। वैश्विक त्रासदी कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन में परदेशियों के आने का सिलसिला लगातार तेज होता जा रहा है। परदेश से पहुंचे प्रवासी मजदूरों के सामने गांव व घर वापसी के बाद क्वारंटाइन में रखा गया था। अब इनके समक्ष रोजगार की विकट समस्या हो गई है।
केंद्र सरकार ने मजदूरों को रोजगार देने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए। इसके बाद जाले प्रखंड क्षेत्र के सभी 26 पंचायतों में मनरेगा योजना बीस अप्रैल से चल रहा है।
प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रजनीश कुमार ने विस्तृत कार्य योजना की तैयारी के साथ प्रखंड के सभी पंचायत रोजगार सेवकों को तत्काल क्वारंटाइन में रहे मजदूर से संपर्क कर उन्हें तुरंत प्रभाव से जॉबकार्ड बनाने का निर्देश जारी किया है।
कर्यक्रम पदाधिकारी ने देशज टाइम्स को बताया कि जाले प्रखंड में पूर्व से कुल 60946 जॉबकार्डधारी हैं। इसमें 1832 मजदूरों को नया मस्टररोल जेनरेट किया गया है। वहीं क्वारंटाइन से घर आए मजदूर को नया जॉबकार्ड 123 बनाए गए हैं।
प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रजनीश कुमार ने देशज टाइम्स को बताया कि प्रखंड क्षेत्र में आधादर्जन योजनाओं पर कार्य प्रारंभ कराया गया है। इसमें जलजीवन हरियाली समेत जल संरक्षण पर विशेष फोकस दिया गया है।
नाला आहार पाइन के दस स्थलों पर, ग्रामीण बांध मरम्मत नौ स्थलों पर, भूमि विकास की पांच योजनाओं पर निजी खेतों में पोखर निर्माण, सात स्थलों पर, एक जगह आंगनबाड़ी की योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।लॉक के बीच जाले के 26 पंचायतों की बनी विस्तृत कार्य योजना, मनरेगा में मन लगा मजदूरों का