बाढ़ प्रभावित गांवों का सोमवार को एनडीआरएफ ने भ्रमण किया। चार स्थलों पर सामुदायिक रसोई चालू किया गया। 52 सरकारी नावों का परिचालन शुरु हो चुका है। तटबंधों की निगरानी जारी है, सभी तटबंध सुरक्षित हैं : डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम
दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। दरभंगा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र खासकर (kusheshwarasthan purvi, ghanshyampur, kiratpur, ndrf) बिरौल अनुमंडल के कुशेश्वरस्थान पूर्वी, घनश्यामपुर व किरतपुर अंचल के क्षेत्र में लगातार अभियंताओं पदाधिकारियों की ओर से भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया जा रहा है। कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के वरीय पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी व एनडीआरएफ की टीम के साथ सोमवार इटहर पंचायत के लक्ष्मीनिया, किया व इटहर गांव का भ्रमण कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।
अंचलाधिकारी कुशेश्वरस्थान पूर्वी त्रिवेणी प्रसाद ने बताया, चौकिया (kusheshwarasthan purvi, ghanshyampur, kiratpur, ndrf) ग्राम में आज से सामुदायिक रसोई प्रारंभ कर दिया गया है। कुशेश्वरस्थान पूर्वी अंचल में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए पांच सरकारी नाव व छह निजी नाव चलवाया जा रहा है, जो लोग उच्च स्थल पर शरण लिए हैं उन्हें पॉलिथीन सीट मुहैया करवाया जा रहा है ।
आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, (kusheshwarasthan purvi, ghanshyampur, kiratpur, ndrf) आज से बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए कुशेश्वर स्थान पूर्वी में एक व घनश्यामपुर में तीन सामुदायिक रसोई प्रारंभ कर दिया गया है, जिसमें लगभग पांच सौ लोगों को सुबह-शाम खाना खिलाया जा रहा है। लगभग 100 बाढ़ प्रभावित परिवारों को पॉलिथीन सीट उपलब्ध कराया गया है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवागमन के लिए निःशुल्क सरकारी नाव (kusheshwarasthan purvi, ghanshyampur, kiratpur, ndrf) की व्यवस्था की गई है। 52 सरकारी नाव व 17 निजी नाव का परिचालन करवाया जा रहा है। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पदाधिकारियों द्वारा लगातार दौरा किया जा रहा है, सभी तटबंधों की निगरानी की जा रही है। वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित हैं।