कमतौल। क्षेत्र के ऐतिहासिक, पौराणिक व धार्मिक अहिल्यास्थान स्थित अहिल्या गहवर में बुधवार को क्षेत्र की महिलाओं व पुत्री श्रद्धालुओं ने माता अहिल्या की विधिवत पूजा-अर्चना कर चावल से बने पीठा, दूध, गुड़ आदि के मिश्रण का भोग लगाया। वहीं, प्रसाद ग्रहण कर शुभेच्छुओं के बीच वितरण किया।
इस संदर्भ में महंत बजरंगी शरण जी महाराज ने देशज टाइमस को बताया कि जब से यहां लोग बसे तब से अहिल्यास्थान में स्थित अहिल्या गहवर में चतुर्थी से इसी रोज यह परम्परा शुरूहुई। महिलाओं खासकर बेटी की ओर से माता अहिल्या की विधिवत पूजा अर्चना के बाद चावल के बने पीठा, दूध,मिठ्ठा आदि को मिलाकर भोग लगाया जाता है।
पूरे गांव वाले मिलकर यह पूजा करते हैं। पूरे गांव के लोगों को हर लोगों को आपदा व बीमारी से रक्षा करते हैं। उन्होंने बताया कि जहां पूरे विश्व कोरोना से संक्रमित था, लेकिन मइया की कृपा से हमारा अहिल्यास्थान संक्रमित नहीं हो सका है।