दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। लनामिवि के विश्वविद्यालय भूगोल विभाग के छात्रों ने आईआईआरएस आउटरीच के 59 वें ग्रहों के भूविज्ञान कार्यक्रम में इसरो की ओर से सोलह जुलाई यानी गुरुवार को संचालित ऑनलाइन परीक्षा (Isro sanchalit course) में सफलता प्राप्त की है।
कोर्स के परिचालन के दौरान छात्रों को ग्रहों के आंकड़े को डाउनलोड करना, उनके विश्लेषण विधि समझाई गई थी। 16 जुलाई को संचालित परीक्षा में स्नातकोत्तर भूगोल विभाग के राकेश रंजन, रूपेश कुमार मोनू, मनोहर प्रसाद, प्रतिभा शर्मा, स्वाति कुमारी, कंचन कुमारी, मो. सामिद, नियति रचना, वेदी शांडिल्य, करण कुमार शॉ, प्रीति ओम प्रिया, मो. इफ्तिकार सादिक, आतिश कुमार, चिंकी कुमारी, सुरभि कुमारी व मारवाड़ी कॉलेज के रमन कुमार झा ने परीक्षा में सफलता (Isro sanchalit course) प्राप्त की है।
आईआईआरएस इसरो ने इस कार्यक्रम का विशेष प्रसारण छात्रों के हित में कोरोना काल के दौरान ग्रीष्मावकाश में ऑनलाइन माध्यम से 8 जून से 15 जून के मध्य किया था। इस बाबत कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ. मनु राज शर्मा बताते हैं, यह कोर्स (Isro sanchalit course) छात्रों के लिए एक स्वर्णिम अवसर लेकर आया था। इसका लना मिथिला विश्वविद्यालय के छात्रों ने भरपूर फायदा उठाया।
डॉ. शर्मा ने बताया, इसरो की ओर से मंगलयान व चंद्रयान के सफल प्रक्षेपण के बाद कई प्रकार के आंकड़ें व जानकारियां जुटाई गई है। इस कोर्स की अवधि के दौरान छात्रों को मुख्यतः मंगल व चंद्रमा से दूर संवेदन व माइक्रोवेव संवेदन की ओर से आंकड़े जुटाए (Isro sanchalit course) जाने की विधि समझाई गई थी।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार ने छात्रों व उनके अभिभावकों को बधाई दी। डॉ. गौरव सिक्का ने छात्रों को भविष्य में इस प्रकार के कोर्सेज की ओर से स्किल डेवलपमेंट की बात पर जोर (Isro sanchalit course) देने की बात कही।