घनश्यामपुर देशज टाइम्स रिपोर्टर। देश से भ्रष्टाचार मिटाने की बड़ी-बड़ी बात कही जा रही है] लेकिन इसे खत्म करने की बजाए भ्रष्टाचार में दिन प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही है। वैसे तो सरकारी योजनाओं में अवैध उगाही होना कोई नई बात नहीं है। फिर भी लोग अपनी संतुष्टि के लिए पत्राचार कर परिणाम आने का इंतजार अवश्य करते हैं।
ऐसा ही एक मामला घनश्यामपुर प्रखंड के कोर्थु पश्चिमी पंचायत में सामने आया है। जहां प्रधानमंत्री आवास योजना में घोर अनियमितता के साथ-साथ आवास की राशि बैंक खाते में जाने से पहले आवास सहायक की ओर से लाभार्थी से प्रथम किस्त मे 20 हजार रुपए की मांग की गई। इस मामले को लेकर लाभार्थी स्व.गजेंद्र झा के पुत्र रतन कुमार झा ने ग्रामीण विकास विभाग से लेकर डीएम, एसडीओ को आवेदन दिया है।
इसमें आवेदक श्री झा ने कहा है कि वर्ष 2016-17-18-19-20 की सूची में क्रमांक संख्या 383 में रहने के बावजूद आवास का लाभ इन्हें आज तक नहीं मिला है। प्रधानमंत्री आवास योजना के सूची में आवेदक का नाम रहते हुए किस कारण इन्हें लाभ से वंचित रखा गया से संबंधित सूचना अधिकार के तहत जानकारी मांगी गई थी, लेकिन आवेदक को प्रखंड कार्यालय ने इसका जबाब आज तक नहीं दिया। इसके बाद यह मामला एसडीएम कार्यालय पहुंच चुका है। ऐसी स्थिति में देश से भ्रष्टाचार मिटाने की बड़ी-बड़ी बात करना किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं होगी।