घनश्यामपुर। महाशिवरात्रि पर सिद्ध विद्यापीठ कलवा धाम में शिव विवाह बारात की झांकी मनोहरी निकली। इसे सनातन हिंदू धर्म के देवाधिदेव महादेव और माता पार्वती के संग देवताओं की उपस्थिति उनके साथ ही शिव के बारात में सम्मिलित भूत पिचास यक्ष गंधर्व और समस्त पुन हद ग्रामवासी ओमकार मंदिर पुणे पश्चिम टोला के प्रांगण से श्री राम जीवन सिंह एवं उनकी धर्मपत्नी के द्वारा आरती के उपरांत ओम मंदिर से बारात को विदा किया।
बारात पुनीत पश्चिम टोला पचोटा रही टोल पुणे पूर्वी टोला नवटोल होते हुए अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचा इस कार्यक्रम को विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष पंडित विश्व मिश्रा का संरक्षण प्राप्त है बेनीपुर विश्व हिंदू परिषद की जिला कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ठाकुर मंत्री शंभू झा एवं कोषाध्यक्ष देव कुमार सिंह के नेतृत्व में बारातियों की साज-सज्जा की व्यवस्था की गई गलमा धाम पहुंचने पर बारात का स्वागत पारंपरिक तरीके से सिद्ध विद्यापीठ के साथियों की ओ रसे किया गया।
फिर उनके बीच प्रसाद का वितरण और इस अवधि में संपूर्ण ग्राम पंचायत राजपूत और सिद्ध विद्यापीठ कलवा धाम देवाधिदेव महादेव के जयकारों से गूंजता रहा शंकर अभ्यंकर है पलायन कर है और दानी है सब उनसे आशीष लेकर अपने जीवन को धन्य किया इस अवसर की व्याख्या करते हुए पंडित विश्वेश्वर मिश्र ने सभी श्रद्धालुओं से सनातन धर्म के प्रति अपनी निष्ठा माता पिता के प्रति सम्मान और राष्ट्रीय जन के प्रति सद्भाव समानता का व्यवहार करने का आग्रह किया।
बारातियों के साथ सोनाली नंदिनी शिल्पी अलका डोली श्वेता कुमारी आदित्य कुमार सिंह प्रिंस कुमार कुश कुमार आशीष कुमार सानू सिंह लालू सिंह हरिओम हरिशंकर प्रसाद विवेक कुमार सहित सैकड़ों लोग सम्मिलित संपूर्ण कार्यक्रम का मार्गदर्शन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दरभंगा विभाग सेवा प्रमुख रविंद्र कुमार सिंह कर रहे थे बारातियों एवं शंकर के गणों का गुरुदेव पंडित जिवेशवर मिश्र एवं उपस्थित बारातियों ने सिद्ध विद्या पीठ के प्रांगण में जोरदार स्वागत किया।
वहां पंडित जिवेशवर मिश्र जी ने सायं कालीन सत्र में होने वाले द्वादश ज्योतिर्लिंग पर रुद्राभिषेक में सम्मिलित होने के लिए सबों से आग्रह किया सभी श्रद्धालुओं के बीच सिद्ध विद्यापीठ गलमा धाम एक पावन स्थान बन गया है जहां एक साथ 10 महाविद्या विराजमान हैं और शवों के कल्याण के लिए संपूर्ण जगत के नियंता द्वादश ज्योतिर्लिंग को भी गुरुदेव ने स्थापित किया है यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष होता रहा है और इसमें दूर-दूर के भक्त गण शिव विवाह बारात में सम्मिलित होने के लिए मायर प्रेमी मंडल के भक्त गण और माताओं की उपस्थिति बारात से लेकर रुद्राभिषेक के चारों पहर में रहती है महाशिवरात्रि का यह महापर्व घनश्यामपुर प्रखंड में स्थित सिद्ध विद्यापीठ एक श्रद्धा का केंद्र बन गया है।