मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो । जेएन कॉलेज मधुबनी के विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान के सेवानिवृत प्रोफेसर 78 वर्षीय डॉ. योगानन्द झा का रविवार को मधुबनी निवास पर निधन दिल का दौड़ा पड़ने से हो गया।
प्रो योगानंद सिंह झा दरभंगा जिला के मनीगाछी थाना क्षेत्र के ग्राम चनोर ड्योरही निवासी स्व. वेदानंद सिंह झा के सुपुत्र थे। प्रो योगानंद सिंह झा का प्रारंभिक शिक्षा ग्रामीण परिवेश में बलौर उच्च विद्यालय (Former journalist of Madhubani JN College, Darbhanga Manigachi resident journalist Dr.Yoganand Jha passed away) से हुआ।
मैट्रिक प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने के बाद वर्ष 1960 में उनका नामांकन पटना कॉलेज पटना में कला संकाय में हुआ। वर्ष 1966 में पटना कॉलेज से राजनीति विज्ञान विभाग में स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण किया। उन्होने वर्ष 1967 में महिला कॉलेज कटिहार से नौकरी का शुरूआत की। वर्ष 1969 में डा झा जेएन कॉलेज मधुबनी में राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष पद पर योगदान दिया।
वहीं से वर्ष 2006 में सेवानिवृत्त हुए। अपने कार्यकाल के दौरान श्री झा ने मिथिला विश्वविद्यालय से रिपब्लिक इन एंसीएन्ट इंडिया पर शोध कार्य किया। तथा पीएचडी की उपाधि हासिल किया। छात्र (Former journalist of Madhubani JN College, Darbhanga Manigachi resident journalist Dr.Yoganand Jha passed away) जीवन से ही डॉक्टर झा को नाट्य विधा में नाट्य लेखन एवं नाट्य मंचन का शौख रहा था। वे एक अच्छे नाट्य मंच के कलाकार भी रहे हैं।
पटना यूनिवर्सिटी एवं मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति द्वारा उन्हें नाट्य मंचन में स्वर्ण पदक दिया गया था। डॉक्टर योगानंद सिंह झा का साहित्यिक नाम योगानंद सुधीर है। अपने विषय राजनीति विज्ञान के साथ-साथ हिंदी मैथली एवं अंग्रेजी भाषा पर उनकी पकड़ हमेशा बनी रही। वर्ष 2005 में उन्होंने ग्रीक दार्शनिक प्लेटो की पुस्तक (Former journalist of Madhubani JN College, Darbhanga Manigachi resident journalist Dr.Yoganand Jha passed away) रिपब्लिक का हिंदी में गणराज्य के नाम से अनुवाद किया। दिल्ली से शिप्रा पब्लिकेशन ने इसका प्रकाशन किया है।
वर्ष 2009 में सरसों पाही की साहित्यिक संस्था ने डॉक्टर झा द्वारा महाकवि विद्यापति द्वारा रचित पुरुष परीक्षा पुस्तक का नाट्य रूपांतरण पुस्तक कगया था। बंगाल के प्रसिद्ध साहित्यकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा लिखी गई विश्व प्रसिद्ध पुस्तक आनंद मठ का मैथिली भाषा में अनुवाद किया। प्रसिद्ध पुस्तक आनंद मठ का मैथिली में अनुवाद किया। इसका प्रकाशन कला प्रकाशन वाराणसी की ओर सेे 2011 में हुआ। साथ ही 33 वर्षो तक इंडियन नेशन आर्यावर्त (Former journalist of Madhubani JN College, Darbhanga Manigachi resident journalist Dr.Yoganand Jha passed away) के वरिष्ट पत्रकार भी रहे। स्व.प्रो योगानंद सिंह झा अपनी पत्नी,दो पुत्र एवं एक पुत्री सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
बड़े पुत्र शरत कुमार सिंह झा पीडीकेजे कॉलेज अंधराठाढ़ी एवं द्वितीय पुत्र पत्रकार कार्तिक कुमार शामिल हैं। इधर निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा शकिल अहमद,देवेन्द्र प्रसाद यादव,सांसद अषोक यादव,विधायक समीर कुमार महासेठ,पूर्व विधायक डा फैयाल अहमद,पूर्व विधायक भावना झा,जेपी (Former journalist of Madhubani JN College, Darbhanga Manigachi resident journalist Dr.Yoganand Jha passed away) सेनानी हनुमान प्रसाद राउत, मनोज पूर्वे,पत्रकार रामानन्द सिंह,लंबोदर झा,अमरनाथ आनन्द,महिर झा, शैलेन्द्र कुमार,हेमंत कुमार सिंह, आकिल हुसैन,रमन कुमार, फिरोज आलम, मो. नेहाल, मो. नदीम, अशोक कुमार, अजयधारी सिंह, कुमार गौरव,उदय झा, एखलाक सिद्दीकी,राम शरण साह,राजू प्रसाद,अभय झा सोनू,कल्याण कुमार आदि शामिल हैं।